Home Photos 'रामलला विराजे', 'चुनावी संभावना'... अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर अखबारों ने क्या छापा?
'रामलला विराजे', 'चुनावी संभावना'... अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर अखबारों ने क्या छापा?
Ayodhya में राम मंदिर के उद्धघाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ मंदिर का दरवाजा आम लोगों के लिए खोल दिया गया है.
क्विंट हिंदी
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अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर अखबारों ने क्या छापा?
(फोटो- अल्टर्ड बाई क्विंट हिंदी)
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अयोध्या में राम मंदिर के उद्धघाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) के साथ मंदिर का दरवाजा आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. सोमवार, 22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देश की जनता ने पूरे दिन फॉलो किया और देश भर में कई शोभायात्रा निकली और रात में दीपोत्सव मना. अगले दिन यानी मंगलवार, 23 जनवरी को देश के सभी अखबारों ने इस समारोह को कवरेज दी. यहां देखिए देश के प्रमुख अखबारों के पहले पन्ने पर इसे कैसे कवर किया गया?
हिंदुस्तान अखबार ने 'कौशल्यानंदन भवन में विराजे' हेडलाइन से खबर को पहले पन्ने पर जगह दी है. लिखा गया है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पांच सदी का सपना साकार हुआ है. अखबार लिखता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में 114 बार राम का नाम लिया.
(फोटो- स्क्रीनशॉट)
दैनिक भास्कर ने पहले पन्ने पर रामलला की भव्य तस्वीर के साथ खबर छापी है. अखबार ने लिखा, 'राष्ट्र की आस्था का नया सूर्योदय'. भास्कर ने अखबार के नाम की जगह 'रामचरित भास्कर' नाम का इस्तेमाल किया है.
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'रोम रोम में रमे राम' हेडलाइन के साथ प्रभात खबर ने पहले पन्ने पर इसे कवर किया है.
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जनसत्ता ने दिल्ली, कोलकाता, चंडीगढ़ और लखनऊ के एडिशन में पहले पन्ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को हेडलाइन बनाया है. अखबार ने हेडलाइन में लिखा, "अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हमारे राम आ गए हैं."
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दैनिक जागरण ने 'विराजे राम लला' हेडलाइन से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की खबर को फ्रंट पेज पर जगह दी है. इसके साथ ही अखबार ने भगवान राम की फुल पेज तस्वीर भी छापी है जिसमें पीएम मोदी बालक राम को पुष्प अर्पित करते दिख रहे हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया ने 'देव से देश, राम से राष्ट्र' शीर्षक से एक लेख में कहा, "यह उनके सार्वजनिक जीवन के सबसे महत्वपूर्ण भाषणों में से एक था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके साथ पूरा न्याय किया." अखबार लिखता है, एक कुशल वक्ता की पहचान रखने वाले पीएम मोदी ने भावनाओं से भरी, शब्दों से सजी हुई, सूक्ष्म राजनीतिक संदेश दिया."
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'फ्रॉर हूम द टेंपल टोल्स' शीर्षक से एक लेख में, द टेलीग्राफ ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की चुनावी संभावनाओं से जोड़ा है.
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द हिंदू ने अपने पहले पन्ने के लेख में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के अंश को छापा है.
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बिजनेस स्टैंडर्ड की कवरेज द हिंदू की ही तर्ज पर था. अखबार ने लेख में पीएम मोदी के भाषण के अलग-अलग पहलूओं पर बात की गई है.
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'अयोध्या में राम लला विराजे' शीर्षक से हिंदुस्तान टाइम्स ने लेख प्रकाशित की है. अखबार लिखता है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अयोध्या में एक भव्य नए राम मंदिर का उद्घाटन किया, जो यकीनन भारत के सबसे विवादास्पद विवाद का पन्ना पलट रहा है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य चुनावी वादों में से एक को पूरा कर रहा है. इसका देश में धर्म और राजनीति पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है."
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द इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने राम मंदिर समारोह के अपने व्यापक कवरेज में पहले पन्ने के लेख को '22 जनवरी, 2024' शीर्षक दिया और दिन की अलग-अलग घटनाओं को जगह दी है. इसमें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से लेकर 'विपक्ष क्या कर रहा है तक' शामिल है.