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CM रेवंत रेड्डी, डिप्टी CM भट्टी विक्रमार्क और 10 मंत्री: तस्वीरों में तेलंगाना कैबिनेट

Telangana New Cabinet: तेलंगाना में सीएम रेवंत रेड्डी, डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी विक्रमार्क और 10 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली.

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<div class="paragraphs"><p>रेवंत रेड्डी, भट्टी विक्रमार्क, 10 मंत्रियों ने शपथ ली: तस्वीरों में देखिए तेलंगाना की कैबिनेट</p></div>
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रेवंत रेड्डी, भट्टी विक्रमार्क, 10 मंत्रियों ने शपथ ली: तस्वीरों में देखिए तेलंगाना की कैबिनेट

(फोटो: पीटीआई)

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तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TPCC) के अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी ने गुरुवार, 7 दिसंबर को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. मधिरा से विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसके साथ ही दस अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली है. तस्वीरों में देखिए तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी का शपथग्रहण समारोह.

भारत के सबसे नए राज्य तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने गुरुवार, 7 दिसंबर को हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में राज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और एक लाख से ज्यादा लोगों की उपस्थिति में शपथ ली.

(फोटो: एक्स)

इस समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मौजूद रहे.

(फोटो: एक्स)

मधिरा से विधायक और कांग्रेस के वफादार उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और 10 अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी गुरुवार को शपथ ली.

(फोटो: पीटीआई)

ए रेवंत रेड्डी: 54 वर्षीय रेवंत रेड्डी, जो नागरकुर्नूल जिले के कोंडारेड्डीपल्ली के रहने वाले हैं, उन्होंने 2006 में ZPTC प्रतिनिधि और 2008 में एक स्वतंत्र एमएलसी के रूप में शुरुआत की थी. उन्होंने साल 2009 में संयुक्त आंध्र प्रदेश में कोडंगल निर्वाचन क्षेत्र से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था. वह तब टीडीपी नेता थे - और माना जाता है कि वह आंध्र प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू के करीबी थे. वह 2017 में ही कांग्रेस में शामिल हुए और चार साल में ही पार्टी प्रमुख बन गये. उनकी पूरी प्रोफ़ाइल यहां पढ़ें.

(फोटो: एक्स)

मल्लू भट्टी विक्रमार्क: वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने रेवंत रेड्डी के मंत्रिमंडल में उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिससे वह तेलंगाना के पहले दलित उप मुख्यमंत्री बन गए. भट्टी विक्रमार्क, जिन्होंने 2023 के चुनावों में मधिरा निर्वाचन क्षेत्र में भारी अंतर से जीत हासिल की, चार बार के विधायक और हमेशा से कांग्रेसी हैं. वह तेलंगाना के सीएम पद के प्रमुख दावेदारों में से एक भी थे.

(फोटो: पीटीआई)

उत्तम कुमार रेड्डी: नलगोंडा के पूर्व सांसद और वर्तमान में हुजूरनगर के विधायक, उत्तम कुमार रेड्डी तेलंगाना के दक्षिण में नलगोंडा क्षेत्र में एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं. उन्होंने 2015 से 2021 तक तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और उनकी जगह रेवंत रेड्डी ने ली. पूर्व वायु सेना पायलट कोडाद से दो बार विधायक और हुजूरनगर से चार बार विधायक रह चुके हैं.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

दानसारी अनसूया: ये सीताक्का के लोकप्रिय नाम से जानी जाती हैं. वे  मुलुगु विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं. 'तेलंगाना की आयरन लेडी' कही जाने वाली सीताक्का का जन्म एक आदिवासी परिवार में हुआ था, राजनीति में आने से पहले 11 साल तक वह नक्सली थीं. सीताक्का एक वकील भी हैं और उन्होंने हाल ही में उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पीएचडी पूरी की है. चार बार की विधायक ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत तेलुगु देशम पार्टी से की और 2017 में वह कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

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कोंडा सुरेखा: कोंडा सुरेखा वारंगल पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हैं. उन्होंने वाईएस राजशेखर रेड्डी कांग्रेस सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया लेकिन उनकी मृत्यु के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. वह बाद में तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब भारत राष्ट्र समिति) में शामिल हो गईं और 2014 में पार्टी के टिकट पर वारंगल पूर्व क्षेत्र से जीत हासिल की 2014 में, उन्होंने टीआरएस छोड़ दिया और कांग्रेस में शामिल हो गईं, और फिर से अपना निर्वाचन क्षेत्र जीता.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

पोन्नम प्रभाकर: पोन्नम प्रभाकर अपने कॉलेज के दिनों से ही कांग्रेसी रहे हैं. ये करीमनगर के एक प्रमुख नेता हैं.उन्होंने 2023 के चुनावों में हुस्नाबाद निर्वाचन क्षेत्र (सिद्दीपेट जिले में) से चुनाव लड़ा और 19,344 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. 2009 में, उन्होंने करीमनगर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता और तेलंगाना क्षेत्र के सबसे कम उम्र के सांसदों में से एक बन गए.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी: खम्मम के पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी 2018 में बीआरएस में शामिल हुए थे. इन्हें इस साल 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. वह जुलाई में कांग्रेस में शामिल हुए और पलेयर से टिकट हासिल किया. खम्मम के एक लोकप्रिय नेता, श्रीनिवास रेड्डी ने क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में मदद की. उन्होंने इस बार भारत राष्ट्र समिति के कंडला उपेंदर रेड्डी को 56,650 वोटों के अंतर से हराया.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

डी श्रीधर बाबू: पांच बार के विधायक श्रीधर बाबू इस बार मंथनी निर्वाचन क्षेत्र से जीते. बाबू विभाजन से पहले संयुक्त आंध्र प्रदेश सरकार में नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले, कानूनी माप विज्ञान और विधायी मामलों के मंत्री थे.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी: पांच बार के विधायक और भोंगिर के पूर्व सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी नलगोंडा क्षेत्र के प्रमुख कांग्रेस नेताओं में से एक हैं. अपने कॉलेज के दिनों से ही कांग्रेस नेता रहे वेंकट रेड्डी कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में से एक थे. उनके भाई कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी इस क्षेत्र के एक अन्य प्रमुख नेता हैं, जो इस बार मुनुगोडे क्षेत्र से जीते हैं.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

दामोदर राजा नरसिम्हा: जब वाईएसआर मुख्यमंत्री थे सिलारापु दामोदर राजा नरसिम्हा संयुक्त आंध्र प्रदेश के शिक्षा मंत्री थे और बाद में 2011 से 2014 तक राज्य के डिप्टी सीएम बने. एक प्रमुख दलित नेता, राजा नरसिम्हा 1989 से कांग्रेस के साथ हैं. उन्हें एंडोले विधायक के रूप में चुना गया था.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

तुम्मला नागेश्वर राव: 2014 में भारत राष्ट्र समिति में शामिल होने से पहले वर्षों तक तेलुगु देशम पार्टी में रहे तुम्मला नागेश्वर राव केसीआर की पहली कैबिनेट में मंत्री थे. इनका खम्मम में काफी प्रभाव है. वह इस साल कांग्रेस में शामिल हो गए जब बीआरएस ने उन्हें टिकट नहीं दिया. उन्होंने मौजूदा विधायक और केसीआर 2.0 कैबिनेट में परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजय कुमार को 49,381 वोटों के अच्छे अंतर से हराया.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

जुपल्ली कृष्णा राव: महबूबनगर जिले के रहने वाले जुपल्ली कृष्णा राव हाल तक बीआरएस पार्टी में थे. वह कांग्रेस में आ गए और नागाकुर्नूल जिले के कोल्लापुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट हासिल किया. इस चुनाव में उन्होंने बीआरएस के बी हर्षवर्द्धन रेड्डी को 29,931 वोटों के अंतर से हराया.

(फोटो: स्क्रीनग्रैब)

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