Home Photos Uttarkashi Rescue Operation: आंखों में इंतजार, हाथ में फोटो परिजन परेशान। Photos
Uttarkashi Rescue Operation: आंखों में इंतजार, हाथ में फोटो परिजन परेशान। Photos
Uttarkashi Rescue Operation: मजदूरों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जैसे ही उन्हें टनल से निकाला जाएगा, उन्हें अस्पताल ले जाया जाएगा.
क्विंट हिंदी
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बचाव दल सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के बहुत करीब पहुंच गया है.
(फोटो: PTI)
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Uttarkashi Tunnel Accident: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू ऑपरेशन अब आखिरी पड़ाव पर है. 14-15 घंटे में अच्छी खबर सामने आने की संभावना है. प्रधानमंत्री मोदी रेस्क्यू ऑपरेशन की पल-पल की खबर ले रहे हैं. इधर, सुरंग बनाने के एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि बरमा मशीन खराब होने के बाद कल देर रात ड्रिलिंग कार्य रोकना पड़ा था. मजदूरों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जैसे ही उन्हें टनल से निकाला जाएगा, उन्हें अस्पताल ले जाया जाएगा.
24 नवंबर को रेस्क्यू ऑपरेशन का 13वां दिन है. अब मजदूरों और रेस्क्यू टीम के बीच महज कुछ मीटर की दूरी है.
(फोटो: PTI)
PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने बताया कि रेस्क्यू में जो बाधाएं आ रही थी, उसे दूर कर लिया गया है.
(फोटो: क्विंट)
मीडिया से बातचित करते हुए खुल्बे ने कहा आगर मशिन को ठीक कर लिया गया है. टनल के मुंह पर जो पाइप पिचक गई थी, उसे पांच हिस्से में काटकर ठीक किया गया है.
(फोटो: PTI)
एनडीआरएफ की टीम गुरुवार को सुरंग से मजदूरों को पाइप के सहारे निकालने के लिए रिहर्सल किया. इस तस्वीर में रेस्क्यू में लगे लोगों की जूते हैं.
(फोटो: PTI)
सीएम पुष्कर सिंह धामी बुधवार शाम से ही उत्तरकाशी में मौजूद हैं. इस दौरान सीएम लगातार बचाव कार्य पर नजर रखे हुए हैं. वहां मौजूद विशेषज्ञों से बातचीत कर रहे हैं.
(फोटो: PTI)
बचाव राहत कार्य के मद्देनजर सिलक्यारा के पास ही अस्थाई तौर पर सीएम कार्यालय बना लिया गया है.
(फोटो: PTI)
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रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सरकारी कामकाज प्रभावित ना हो, इसलिए यह कदम उठाया गया है.
(फोटो: PTI)
ऑगर मशीन में खराबी आने के कारण ड्रिलिंग का काम रोकना पड़ा. मशीन को रिपेयर किया जा रहा है. अभी 16.2 मीटर ड्रिलिंग बाकी है.
(फोटो: PTI)
निर्माणाधीन सिल्कयारा सुरंग में फंसे श्रमिकों में से एक राजेंद्र बेदिया के परिवार के सदस्य. राजेंद्र का परिवार रांची में रहता है.
(फोटो: PTI)
सुखराम बेदिया भी टनल में फंसे हैं. उनका परिवार इस इंतजार में बैठा है कि बेटे की सलामती से रेस्क्यू की खबर आए और वे उससे मिल सके. सुखराम का परिवार भी रांची में रहता है.
(फोटो: PTI)
अनिल बेदिया भी रांची के रहनेवाले हैं, वे टनल में फंसे हैं. अपने बेटे के इंतजार में परिजन.