Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Dry Ice क्या है, जिसको रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर समझ खाते ही होने लगी खून की उलटी?

Dry Ice क्या है, जिसको रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर समझ खाते ही होने लगी खून की उलटी?

Dry Ice का इस्तेमाल कहां और क्यों होता है? क्या यह सेफ है? यहां जानिए

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<div class="paragraphs"><p>Dry Ice क्या है? जिसके इस्तेमाल से लोगों को होने लगी खून की उल्टियां, यहां जानें कारण</p></div>
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Dry Ice क्या है? जिसके इस्तेमाल से लोगों को होने लगी खून की उल्टियां, यहां जानें कारण

(फोटो- Canva)

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गुरूग्राम सेक्टर 90 के लाफोरस्टा कैफे में 02 मार्च को ड्राई आइस (Dry Ice) खाने के बाद पांच लोगों को खून की उल्टी और गले में जलन की शिकायत हुई. पीड़ितों ने कथित रूप से माउथ फ्रेशनर समझ कर ड्राई आइस खा लिया था. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ. मामले में FIR होने के बाद रेस्टोरेंट का मैनेजर गिरफ्तार हो गया है.

इसके बाद इस ड्राई आइस की काफी चर्चा होने लगी कि यह आखिर क्या है, जिसके खाने से लोगों में इस प्रकार की शिकायत हुई. तो आईए आपको बताते हैं कि यह ड्राई आइस क्या है और कैसे बनती है और इसका इस्तेमाल कहां किया जाता है.

ड्राई आइस, कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस को ठंडा और संघनित (ठोस) करने से बनती है. इसकी खोज 1900 ईस्वी के प्रारंभ में हुई और 1920 के दशक में इसका व्यावसायिक उत्पादन शुरू हुआ.

(फोटो- Canva)

ड्राई आइस का इस्तेमाल मेडिकल से लेकर फूड इंडस्ट्री तक होता है. इसके अलावा फोटो शूट, थियेटर में भी इसका इस्तेमाल होता है. दरअसल, जब ड्राई आइस को गर्म पानी में डालते हैं तो इसमें धुआं निकलता है और फिर उस एरिया में ये बर्फ जैसा लगने लगता है. जहां इसका इस्तेमाल स्पेशल इफेक्ट के लिए किया जाता है.

(फोटो- Canva)

फूड और मेडिकल इंडस्ट्री में ड्राई आइस का इस्तेमाल व्यापक रूप से होता है. यह -78 डिग्री सेल्सियस के सतह तापमान के साथ उत्पादों को जमें रखने में मदद करती है. चूंकि ड्राई आइस पिघलती नहीं है, इसलिए यह सामान को नमी से मुक्त रखती है.

(फोटो- Canva)

जैसा कि गुरूग्राम की घटना में देखा गया कि अगर गलत तरीके से ड्राई आइस का  इस्तेमाल किया जाए तो यह खतरनाक हो सकती है. कम तापमान होने की वजह से अगर ये त्वचा के संपर्क में आती है तो फ्रोस्टबाइट या कोल्ड बर्न (ठंड की वजह से त्वचा जल जाना) जैसी समस्या हो सकती है. इसलिए ड्राई आइस का उपयोग करते समय उचित दस्ताने पहनने की भी सलाह दी जाती है.

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एक छोटे या कम हवादार कमरे में बड़ी मात्रा में ड्राई आइस जमा करने से CO2 गैस का निर्माण हो सकता है. जहां ऑक्सीजन की कमी के कारण दम घुटने की शिकायत हो सकती है. साथ ही इससे सर दर्द के शुरूआती लक्षण दिखाई देते हैं.

(फोटो- Canva)

कुछ मामलों में, ड्राई आइस को गलत तरीके से रखने से भी आंखों में जलन हो सकती है.

(फोटो- Canva)

ड्राई आइस का इस्तेमाल या उसके साथ काम करते समय उपयुक्त सुरक्षा गियर पहनने से किसी भी प्रतिकूल प्रतिक्रिया की संभावना कम हो सकती है.

(फोटो- Canva)

जहां ड्राई आइस मौजूद होती है, उन जगहों पर रखरखाव और CO2 लेवल की निरंतर निगरानी अनिवार्य है.

(फोटो- Canva)

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