International Women’s Day 2023: दुनिया की डोर जितनी पुरुषों से बंधी है, उतनी ही महिलाओं से. समाज में जितना योगदान पुरुषों का है, उतना ही महिलाओं का भी. इसके बावजूद आज भी महिलाएं समाज में बराबरी के हक के लिए संघर्ष कर रही हैं. और इसलिए ही, हर साल 8 मार्च को समाज में उनके योगदान को याद करते हुए और उन्हें सम्मान देने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी इंटरनेशनल वीमंस डे के तौर पर मनाया जाता है.

बॉलीवुड ने भी कई फिल्मों के जरिये महिलाओं के योगदान को याद किया है. आज हम आपको बॉलीवुड की ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आप महिला दिवस पर देख सकते हैं.

Qala: साल 2022 में रिलीज हुई तृप्ति डिमरी की फिल्म 'कला' में कला खुद के सपने को पंख देने के लिए दुनिया और घरवालों से लड़ाई लड़ती है. इस फिल्म के जरिए ये दिखाया गया है कि जब पेशा चुनने का हक अपने और ये समाज नहीं देता तो उसे छीनने का तरीका भी कला या उसकी जैसी लड़कियां खुद तय करती है.

Gangubai Kathiawadi: आलिया भट्ट की फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' कमाठीपुरा की गंगूबाई की जिंदगी पर आधारित है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे गंगूबाई के पति ने उसे चंद पैसों के लिए बेच दिया था और फिर उसे सेक्स वर्कर बनने के लिए मजबूर होना पड़ा. हालांकि, गंगूबाई ने सेक्स वर्कर्स को समाज में इज्जत दिलवाने, उनके बच्चों को शिक्षा का अधिकार और अपने कानूनी अधिकारों के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी.

Gunjan Saxena - The Kargil Girl: साल 2020 में रिलीज हुई जाह्नवी कपूर की फिल्म 'गुंजन सक्सेना -द करगिल गर्ल' एयरफोर्स पायलट गुंजन की जिंदगी पर आधारित है. गुंजन ने 1999 में कारगिल युद्ध में बहुत ही बहादुरी से भारतीय सेना की मदद की थी और घायल जवानों को रेस्‍क्‍यू किया था.

Chhapaak: साल 2020 में रिलीज हुई दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि खुद से बहुत ज्यादा उम्र के शख्स के प्यार को स्वीकार नहीं करने के चलते लक्ष्मी पर एसिड से अटैक किया जाता है, लेकिन फिर वो अपने लिए खड़ी होती है और इंसाफ पाने तक लड़ाई लड़ती है. 

Tumhari Sulu: साल 2017 में रिलीज हुई विद्या बालन की फिल्म 'तुम्हारी सुलू' एक ऐसी घरेलू महिला की जिंदगी पर आधारित है, जिसकी शादी हो जाने के बाद कई सपने अधूरे रह जाते हैं. लेकिन बाद में वो आत्मनिर्भर बनती है और अपने अधूरे सपने को पूरा करती है और अपनी खुद की अलग पहचान बनाती है.

Neerja: नीरजा भनोट पर बेस्ड फिल्म फ्लाइट अटेंडेंट की सच्ची कहानी पर आधारित है, जो पैन एम फ्लाइट 73 के हैक होने पर खुद की जान खतरे में डाल सैकड़ों यात्री को सुरक्षित बचाती है. सोनम कपूर ने नीरजा का किरदार बड़ी ही संजीदगी के साथ निभाया था. एयर होस्टेस नीरजा भनोट की असल कहानी पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन राम माधवानी ने किया.

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Mom: 2017 में रिलीज हुई फिल्म 'मॉम' एक मां के संघर्ष को दिखाने वाली कहानी है. इस फिल्म में एक मां अपनी बेटी के रेप और हत्या का बदला लेने के लिए संघर्ष की लड़ाई लड़ती है. ये सब कुछ तब होता है, जब कानून भी उसकी मदद करने से इनकार कर देता है. इस फिल्म में दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी ने एक सामान्य मां की भूमिका निभाई थी, जो बाद में न्याय दिलाने के लिए सख्त होकर पूरी दुनिया से लड़ती है.

Mary Kom: प्रियंका चोपड़ा की फिल्म 'मैरी कॉम' महिला मुक्केबाज मैरी कॉम के जीवन पर आधारित है. 2014 में रिलीज हुई इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह इस समाज में एक लड़की को अपना सपना पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. मैरी कॉम को भी मुक्केबाज बनने के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था.

Queen: साल 2014 में रिलीज हुई कंगना रनौत की फिल्म 'क्वीन' एक ऐसी लड़की पर आधारित है, जो शादी टूटने के बाद अकेले हनीमून पर चली जाती है. अकेले दुनिया घूमने पर वो खुद को और सशक्त महसूस करती है.

Highway: साल 2014 में रिलीज हुई आलिया भट्ट की फिल्म 'हाइवे' एक ऐसे मसले को दुनिया के सामने लेकर आई, जो अक्सर महिलाएं किसी से साझा करने में हिचकती है. इस फिल्म के जरिए ये भी दिखाया गया है कि कैसे बच्चे शोषण का अर्थ नहीं समझते और ऐसे में कई बार आपके आस-पास के लोगों के शिकार हो जाते हैं.

Kahaani: साल 2012 में रिलीज हुई विद्या बालन की फिल्म 'कहानी' एक ऐसी महिला की कहानी पर आधारित है, जो अपने पति की मौत का बदला लेती है. साथ ही सिस्टम में फैली गंदगी के खिलाफ आवाज उठाती है.

Nil Battey Sannata: साल 2015 में आई स्वरा भास्कर की आई फिल्म 'निल बटे सन्नाटा' भी महिला सशक्तिकरण पर आधारित है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हर महिला अपने सपने को पूरा कर सकती है. इस फिल्म जरिए ये भी दिखाया गया है कि कैसे अकेले एक महिला अपने और परिवार के लिए कुछ भी कर सकती है.

Chak De! India: 2007 में बड़े पर्दे पर रिलीज हुई शाहरुख खान की फिल्‍म 'चक दे! इंडिया' साल 2002 की कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में भारतीय महिला हॉकी टीम को मिली गोल्‍डन जीत से प्रेरित है. इस फिल्म की कहानी जयदीप साहनी ने लिखी है, जबकि फिल्‍म को शमिती आमिन ने डायरेक्‍ट किया है. शाहरुख खान ने इस फिल्‍म में हॉकी कोच की भूमिका निभाई थी.

Damini: साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म 'दामिनी' एक ऐसी महिला की संघर्ष की कहानी है, जो एक रेप सर्वाइवर महिला के इंसाफ के लिए अपने पूरे परिवार के खिलाफ हो जाती है. इस इंसाफ की लड़ाई में दामिनी की मदद एक वकील करता है. इस फिल्म में ​मीनाक्षी शेषाद्रि ने दामिनी की भूमिका निभायी थी.

Mother India: साल 1957 में रिलीज हुई फिल्म 'मदर इंडिया' भारतीय सिनेमा के शुरुआती दौर की क्लासिक फिल्मों में से एक है. उस दौर में महबूब खान ने इस फिल्म के जरिए महिलाओं के समाज में योगदान को पेश कर एक मिसाल कायम किया था. इस फिल्म में नरगिस एक गरीब किसान राधा के किरदार में नजर आई थीं. राधा अपने दो बेटों को बड़ा करने के लिए पूरी दुनिया से लड़ती है और गांववाले उसे न्याय और सत्य की देवी की तरह देखते हैं. अपने सिद्धांतों पर खड़ा रहते हुए वो अपने विद्रोही बेटे को भी गोली मार देती है.

(फिल्म स्टिल)

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