World Hypertension Day 2023: किसी भी बीमारी के इलाज और बचाव के बारे में जानने से पहले उसके बारे में विश्वसनीय स्रोतों से बेसिक जानकारी होना आवश्यक है. हाइपरटेंशन के मामले में सबसे पहले यह समझें कि यह केवल अपने आप में एक समस्या नहीं है. आम भाषा में कहें तो हाइपरटेंशन या तो शरीर में चल रही दूसरी गड़बड़ियों का नतीजा होता है या फिर हाइपरटेंशन की वजह से शरीर में दूसरी कई तरह की समस्याएं जन्म लेने लगती हैं. दरअसल हाइपरटेंशन एक ऐसी स्थिति है, जिसके तहत व्यक्ति का ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक हो जाता है. हाइपरटेंशन का शरीर के विभिन्न अंगों पर असर पड़ता है और यह किस तरह से उनको प्रभावित करता है ये बता रही हैं, डॉ. स्फूर्ति मान, हेड ऑफ द डिपार्टमेंट एंड सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन एंड डायबिटोलॉजी, सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल्स, गुरुग्राम.

<div class="paragraphs"><p>(फोटो:iStock)</p></div>

हृदय: हाइपरटेंशन से जूझ रहे लोगों को सीधे हार्ट अटैक का जोखिम होता है. हार्ट पूरे शरीर में साफ ब्लड पंप करता है और हाइपरटेंशन की स्थिति में ब्लड वेसल्स में तेज गति से चलने वाला ब्लड हार्ट के वेसल्स पर खराब असर डालता है. ऐसा होने से हार्ट कि मांसपेशियों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे हार्ट रेट की अनियमितता और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है.

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किडनी: लगातार ब्लड प्रेशर बढ़े रहने से पेशाब के साथ प्रोटीन भी निकलने लगता है. ध्यान नहीं देने पर समय के साथ यह बढ़ सकता है और किडनी की नेफ्रोन्स को डैमेज करने की क्षमता रखता है. अगर बीपी को नियंत्रित न किया जाए तो किडनी भी खराब हो सकती हैं और डायलिसिस की जरूरत भी पड़ सकती है. हाई बीपी क्रोनिक किडनी बीमारी का एक प्रमुख कारण है.

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रेटिना या नजर: हाइपरटेंशन से जूझ रहे लोग अक्सर तरह-तरह के दृष्टिदोष से परेशान रहते हैं या आंखों में धुंधलेपन की शिकायत करते हैं. साथ ही रेटिना में नजर आने वाले ब्लड वेसल्स के फटने का जोखिम होता है.  

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मस्तिष्क: हाइपरटेंशन के मस्तिष्क पर होने वाले असर अक्सर प्रत्यक्ष नहीं होते. इसलिए यदि हाइपरटेंशन से जूझ रहे हैं, तो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने पर विशेष ध्यान दें. हाइपरटेंशन का दिमाग पर असर की बात करें, तो इससे स्ट्रोक का जोखिम होता है, जो एक इमरजेंसी की स्थिति है. बहुत मुमकिन है कि इसका कोई शुरुआती लक्षण न दिखाई दे, इसलिए सचेत रहें और डॉक्टर की सलाह पर ही अमल करें.

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रक्त वाहिकाएं/ब्लड वेसल्स: ब्लड वेसल्स में तेज गति से चलता ब्लड निश्चित रूप से उन्हें डैमेज कर सकता है. ऐसे में ब्लड वेसल्स की अंदरूनी परत में अतिरिक्त प्रेशर पड़ने से क्लॉट बनने का जोखिम रहता है.

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