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रिपोर्ट और साउंड एडिटर: फबेहा सय्यद
असिस्टेंट एडिटर: मुकेश बौड़ाई
म्यूजिक: बिग बैंग फज
आफत भरा साल 2020 जाने वाला है और नए साल 2021 को लोग नई उम्मीदों के साथ गले लगाने वाले हैं. हम भी उम्मीद करते हैं कि जो दर्दनाक घटनाएं और मंजर आपने इस साल देखे हैं, वो अगले साल या फिर कभी भी देखने को न मिलें.
जब कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा था, और भारत में लॉकडाउन इस तरह लगाया गया कि इसे दुनिया का सबसे सख्त लॉकडाउन कहा जाने लगा. तब कई न्यूज रिपोर्टर्स अपनी जान की परवाह न करते हुए आप तक खबरें पहुंचाते रहे. पूरे भारत में अगर लॉकडाउन से होने वाली परेशानियां झूझते हुए प्रवासी मजदूरों की बेबसी की कहानियां आप ने देखीं, तो मई के महीने में पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफ़ान ने भी जमकर तबाही मचाई.
इस साल कोरोना महामारी के चलते प्रवासी मजदूरों का पलायन हो या फिर अम्फान तूफान की तबाही, क्विंट के रिपोटर्स ने ग्राउंड से आप तक हर खबर पहुंचाई. इसीलिए ये एक साल रिपोर्टिंग के लिए कैसा रहा उस पर आज क्विंट के रिपोर्टर्स के अनुभव आप को सुनाएंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
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