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आतंकियों के हमले से जब दहल उठी थी मुंबई, भयावह मंजर की कहानी

पॉडकास्ट में 26/11 को कवर करने वाली दो रिपोटर्स से सुनिए कि आतंक का वो दिन उन के ज़ेहनो में कैसे कैद है. 

फ़बेहा सय्यद
पॉडकास्ट
Updated:
26/11 को कवर करने वाली दो रेपोरेटर्स से सुनिए कि आतंक का वो दिन उन के ज़ेहनो में कैसे कैद है. 
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26/11 को कवर करने वाली दो रेपोरेटर्स से सुनिए कि आतंक का वो दिन उन के ज़ेहनो में कैसे कैद है. 
फोटो: क्विंट हिंदी/अरूप मिश्र 

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रिपोर्ट और साउंड एडिटर: फबेहा सय्यद
असिस्टेंट एडिटर: मुकेश बौड़ाई
म्यूजिक: बिग बैंग फज

26/11/ 2008, ये एक ऐसा दिन था जिसने भारत की मॉडर्न हिस्ट्री में एक काला पन्ना जोड़ दिया, इस आतंकी घटना के बारे में आज 12 साल बाद भी सोचकर रौंगटे खड़े हो जाते हैं. भारत की मैक्सिमम सिटी, मुंबई में एक ऐसा दिन जब लगातार 4 दिन तक गोलियां चलीं, बम धमाके सुनाई दिए, और लगातार चार दिन तक भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के मीडिया चैनलों की नजर होटल ताज पैलेस पर टिकी रही.

वो दिन भुलाया नहीं जा सकता है जब पूरा देश टीवी पर लगातार 4 दिन तक ये आतंक का खतरनाक मंजर देख रहा था, लेकिन पल-पल की खबर लोगों तक पहुंचाने वाले रिपोर्टर्स के जहन में उस काले दिन की यादें आज भी ताजा हैं. ऐसे ही दो महिला रिपोर्टर्स से आज पॉडकास्ट में जानेंगे कि उस दिन की भयानक तस्वीर उनके जहन में आज भी कैसे बसी है.

पॉडकास्ट में सुनिए मुंबई अटैक को Times Now के लिए उस वक्त कवर करने वाली रिपोर्टर माहरुख इनायत को. और साथ ही सुनिए शाई वेंकटरमन को भी, जो NDTV के लिए 26/11 का अटैक उस दिन कवर कर रहीं थीं.

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Published: 26 Nov 2020,07:06 PM IST

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