मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Podcast Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पॉडकास्ट| मुंबई के महाविनाश का डर, कितना सच्चा कितना झूठा?

पॉडकास्ट| मुंबई के महाविनाश का डर, कितना सच्चा कितना झूठा?

‘क्लाइमेट सेंट्रल’ की रिसर्च में भारत के लिए है तो सिर्फ खतरा और रेड फ्लैग

फ़बेहा सय्यद
पॉडकास्ट
Updated:
‘क्लाइमेट सेंट्रल’ की रिसर्च में भारत के लिए है तो सिर्फ खतरा और रेड फ्लैग
i
‘क्लाइमेट सेंट्रल’ की रिसर्च में भारत के लिए है तो सिर्फ खतरा और रेड फ्लैग
(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

कार्बन एमिशन और बढ़ते प्रदूषण की वजह से पृथ्वी बेहद गर्म होती जा रही है. ग्लेशियर्स भी खतरनाक दर से पिघल रहे हैं. ग्रीनलैंड, स्विट्जरलैंड, किलिमंजारो, हिमालयी ग्लेशियर - हर जगह बर्फ पिघल रही है. ये बात तो हमेशा से सामने आती रही है कि पिघलता ग्लेशियर्स बड़ी तबाही मचा सकता है, अब नई रिसर्च भी इस बात को और पुख्ता करती है. इस रिसर्च के मुताबिक साल 2050 तक हालात ऐसे हो सकते हैं जिसकी आप अभी कल्पना भी नहीं कर सकते.

सी-लेवल को लेकर जिस तबाही की आशंका पिछली स्टडीज में जताई गई है, वो डैमेज इस स्टडी के हिसाब से अब तीन गुना अधिक आबादी को प्रभावित कर सकता है.

ये रिसर्च न्यू जर्सी की साइंस एंड न्यूज आर्गेनाईजेशन ने की है जिसका नाम है 'क्लाइमेट सेंट्रल'. और इनकी ये रिसर्च 'नेचर कम्यूनिकेशंस' नाम के एक जर्नल में छपी है.

इस रिपोर्ट में भारत के लिए क्या है? ऐसा क्यों है, ये चेतावनी क्यों दी जा रही है और खतरा कितना बड़ा है? इसी पर आज बात करेंगे बिग स्टोरी पॉडकास्ट में.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 31 Oct 2019,10:04 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT