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उर्दू शायरी के शायर के लिए 'हिज्र' का मतलब होता है जुदाई, दूरी. जुदाई, उर्दू शायरी में शायर के लिए किसी एक बुरे ख्वाब की तरह है. प्यार के चरणों पर चार-भाग की सीरीज में फबेहा सैयद जुदाई की चिंता से प्रेरित मुश्किलों और तकलीफों की पड़ताल करती हैं जिससे शायर गुजरता है.
उर्दूनामा के नए पॉडकास्ट को सुनिए और जानें कि क्यों '...दूरी सही जाए ना..'
'उर्दूनामा' के और एपिसोड देखें, एक ऐसा पॉडकास्ट जहां हम फिल्मों और गानों में रोज़मर्रा के उर्दू शब्दों के बारे में बात करते हैं. यहां क्लिक करें.
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