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उर्दूनामा के इस एपिसोड में हम याद कर रहे हैं पंचम और गुलजार की दोस्ती से निकले उन नगमों को, जिन्होंने हमारी जिंदगियों का साउंडट्रैक बनाया है. चाहे इंग्लिश फिल्म 'साउंड ऑफ म्यूजिक' से इंस्पायर्ड गुलजार की 1972 में बनी फिल्म 'परिचय' का संगीत हो या ठीक 11 साल बाद बनी गुलजार की एक और फिल्म 'मासूम' का म्यूजिक हो, पंचम ने ही गुलजार के अलफाज को म्यूजिक का शानदार जामा पहनाया.
कई सालों की पार्टनरशिप और अनगिनत गाने दोनों ने मिल कर बनाए. 1994 में पंचम के गुजरने के बाद गुलजार ने उनके लिए एक नज़्म लिखी, ' याद है पंचम?'
उर्दूनामा के इस खास पॉडकास्ट में सुनिए गुलजार और पंचम की दोस्ती से निकले कुछ गाने और किस्से.
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