मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Podcast Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी आपके पर्सनल डेटा के लिए कितनी खतरनाक?

WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी आपके पर्सनल डेटा के लिए कितनी खतरनाक?

नई पॉलिसी में फेसबुक और इंस्टाग्राम का इंटीग्रेशन ज्यादा है और अब यूजर्स का पहले से ज्यादा डेटा फेसबुक के पास होगा

फबेहा सय्यद & वैभव पलनीटकर
पॉडकास्ट
Published:
(फोटो- क्विंट हिंदी)
i
null
(फोटो- क्विंट हिंदी)

advertisement

अगर आप व्हाट्सएप यूजर हैं तो आपको अपना अकाउंट जारी रखने के लिए नई पॉलिसी को एक्सेप्ट करना जरूरी होगा. इसके अलावा यूजर्स के पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है. हालांकि, अभी नोटिफिकेशन में 'नॉट नाउ' का ऑप्शन दिखाई दे रहा है. मतलब अगर आपने नई पॉलिसी को कुछ समय के लिए एक्सेप्ट नहीं किया तो फिलहाल आपका अकाउंट चलता रहेगा.

दरअसल नई पॉलिसी में फेसबुक और इंस्टाग्राम का इंटीग्रेशन ज्यादा है और अब यूजर्स का पहले से ज्यादा डेटा फेसबुक के पास होगा. वॉट्सऐप का डेटा पहले भी फेसबुक के साथ शेयर किया जा रहा था. लेकिन कंपनी ने साफ कर दिया है कि फेसबुक के साथ वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम का इंटीग्रेशन ज्यादा रहेगा. वॉट्सऐप की अपडेटेड पॉलिसी में आपके द्वारा कंपनी को दिए जा रहे लाइसेंस में कुछ बातें लिखी गईं हैं. इसमें लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट आप अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, उनको भी व्हाट्सएप से जुड़े दूसरे बिजनेस में यूज किया जा सकेगा.

हाल में ही नेटफ्लिक्स पर आए एक डॉक्यूड्रामा में ये सोशल मीडिया कंपनियां कैसे आपके डेटा का इस्तेमाल अपने कारोबारी हितों के लिए करती है ये विस्तार से समझाया गया है. व्हाट्स की पॉलिसी में ये बदलाव भी कंपनी को और कारोबारी फायदा कराएगा. इसी डॉक्यू ड्रामा में बताया गया था कि हाऊ प्राइवेसी इज मिथ यानि प्राइवेसी एक मिथक है. लेकिन बतौर स्मार्ट यूजर हमें अपनी प्राइवेसी और डेटा को लेकर सचेत रहना है. हमें याद रखना है कि हम इन टेक कंपनियों के कंज्यूमर हैं, हम इनके प्रोडक्ट नहीं बन सकते.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

अब जैसे ही व्हाट्सएप के इस नए पॉलिसी अपडेट को लेकर चर्चा शुरू हुई तो कई लोग सलाह देने लगे हैं कि दूसरे मैसेजिंग एप को यूज किया जाए. इसी के बाद सिग्नल एप की चर्चा बढ़ गई है. एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप 'सिग्नल' का कहना है कि उसके नए यूजर्स की संख्या में तेज उछाल आया है. कंपनी ने ट्वीट कर बताया था कि काफी नए यूजर 'सिग्नल' ज्वाइन करने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए वेरिफिकेशन कोड देरी से पहुंच रहे हैं. माना जा रहा है कि ‘सिग्नल’ को टेस्ला के CEO एलन मस्क के समर्थन का काफी फायदा हुआ है. बता दें कि ‘सिग्नल’ प्राइवेट मैसेंजर वॉट्सऐप का एक और विकल्प है. इस ऐप को सिग्नल फाउंडेशन ने विकसित किया है. सिग्नल के अलावा टेलीग्राम पहले से ही मौजूद चर्चित एप है. माना जाता है कि इसमें एनक्रिप्शन बहुत पुख्ता तरीके से मौजूद है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT