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भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने कहा है कि उसके लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सबसे पहले है और इनके साथ वह किसी भी सूरत में समझौता नहीं करेगा. आईओए का यह बयान सोमवार 23 मार्च को कनाडा के कोरोनावायरस के कारण ओलम्पिक से नाम वापस लेने के बाद आया है.
आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने कहा, "मैं खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण, राष्ट्रीय खेल महासंघों और सभी हितधारकों से टोक्यो ओलम्पिक-2020 को लेकर निजी तौर पर संपर्क में हूं."
बत्रा ने कहा, "सभी ओलम्पिक खेल अंतर्राष्ट्रीय महासंघों ने 17 मार्च को आईओसी अध्यक्ष से वीडियो कॉल की थी. वहीं सभी 206 एनओसी ने भी 19 मार्च को वीडियो कॉल पर आईओसी अध्यक्ष से बात की थी. सभी एनओसी इस सप्ताह के अंत में उनकी तैयारी और उनके देशों में खिलाड़ियों के स्वास्थ को लेकर आईओसी से बात करेंगी."
बत्रा ने कहा,
इसी साल टोक्यो ओलम्पिक-2020 का आयोजन होना है, लेकिन इस समय फैली खतरनाक बीमारी कोरोनावायरस के कारण इन खेलों पर काले बादल मंडरा रहे हैं.
आईओए को इस संबंध में अभी फैसला लेना है. आईओसी और जापान की सरकार ने इस बात के संकेत दिए हैं कि इन खेलों को स्थिति बेहतर न होने पर स्थगित किया जा सकता है.
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