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हरियाणा के पंचकूला में 3 जून से 13 जून तक खेलों इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया. इस आयोजन में भारत के 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीट ने हिस्सा लिया. यह 5 शहरों (पंचकूला, शाहबाद, अंबाला, चंडीगढ़ और दिल्ली) में आयोजित किया गया. यह इंडिया यूथ गेम्स-2021 का यह चौथा संस्करण है. मेडल में हरियाणा 137 मेडल के साथ पहले नंबर पर रहा. जबकि यूपी टॉप 10 में भी नहीं बना सका जगह. छोटे राज्यों में मणिपुर टॉप 10 में 5वें स्थान पर रहा. चलिए जानते हैं जनंसख्या के आधार पर किस राज्य ने कैस किया प्रदर्शन?
जनसंख्या के आधार पर जब हम खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेडल टैली को देखते हैं तो एक बड़ा ही रोचक आंकड़ा हमारे सामने आता है. हमें पता चलता है कि जिन राज्यों की जनसंख्या ज्यादा है उनसे कहीं बेहतर प्रदर्शन छोटे राज्यों ने किया है.
हरियाणा का जिक्र सबसे पहले इसलिए क्योंकि वो सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाला राज्य है. हरियाणा की कुल आबादी करीब ढाई करोड़ है. और उनके एथलीट्स ने कुल 137 मेडल जीते हैं. जिनमें से 52 गोल्ड, 39 सिल्वर और 46 ब्रॉन्ज हैं. अगर हम कुल आबादी के अनुपात में देखें तो हरियाणा ने करीब 1 लाख 85 हजार आबादी पर एक मेडल जीता है.
अब बात मणिपुर की कर लेते हैं, मणिपुर काफी छोटा राज्य है. जिसकी आबादी करीब 28 लाख है. लेकिन मणिपुर के एथलीट्स ने 28 मेडल जीते हैं, जिनमें से 19 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज हैं.
इस हिसाब से मणिपुर ने एक लाख एक हजार लोगों पर एक मेडल जीता है. जो बेहद शानदार है.
दिल्ली भी इसी तरह जनसंख्या के हिसाब से कोई बहुत बड़ा राज्य नहीं है. दिल्ली की कुल आबादी करीब 1 करोड़ 67 लाख है और उनके एथलीट्स ने 79 मेडल जीते हैं. जिनमें से 15 गोल्ड, 15 सिल्वर और 49 ब्रॉन्ज हैं. इस हिसाब से दिल्ली ने 2 लाख 12 हजार लोगों पर एक मेडल जीता है
अब जरा बात बड़े राज्यों की कर लेते हैं तो सबसे पहले जिक्र करेंगे उत्तर प्रदेश की, क्योंकि जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़ा राज्य वही है.
उत्तर प्रदेश में करीब 20 करोड़ जनसंख्या है, और उनके एथलीट्स ने कुल 42 मेडल जीते हैं. जिनमें से 6 गोल्ड, 17 सिल्वर और 19 ब्रॉन्ज हैं. अगर जनसंख्या के अनुपात में मेडल देखें तो यूपी ने करीब 47 लाख 57 हजार लोगों पर एक मेडल जीता है.
इसके अलावा अगर हम बात करें पश्चिम बंगाल की तो पश्चिम बंगाल की कुल जनसंख्या करीब 9 करोड़ है. पश्चिम बंगाल के एथलीट्स ने कुल 27 मेडल जीते हैं. जो अनुपातिक हिसाब से करीब 33 लाख लोगों पर एक मेडल होता है.
अब जरा मध्य प्रदेश को देख लीजिए, जिसकी जनसंख्या करीब 7 करोड़ है. उनके एथलीट्स ने किल 38 मेडल जीते हैं. जिनमें 12 गोल्ड, 11 सिल्वर और 15 ब्रॉन्ज हैं. अगर हम जनसंख्या के अनुपात में देखें तो करीब 19 लाख लोगों पर मध्य प्रदेश ने एक मेडल जीता है.
खेलों इंडिया यूथ गेम्स में मेजबान हरियाणा का दबदवा रहा. हरियाणा ने 3 जून से 13 जून तक आयोजित किए गए इस गेम्स में कुल 137 मेडल जीते, जिनमें सबसे ज्यादा 52 गोल्ड मेडल, 39 सिलवर मेडल और 46 ब्रॉन्ज अपने नाम किए. अब जनगणना 2011 के मुताबिक हरियाणा की जनसंख्या 2 करोड़ से ज्यादा है, वहीं यूपी जैसे बड़े राज्य का हाल बिलकुल खराब रहा है. यूपी को महज 46 मेडल ही मिले
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में महाराष्ट्र ने भी दूसरा स्थान हासिल किया. महाराष्ट्र ने कुल 125 मेडल अपने नाम किए, जिसमें 45 गोल्ड मेडल, 40 सिलवर और 40 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं.
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में उन टॉप राज्यों की बात करें, तो इसमें कर्नाटक का नाम तीसरे स्थान पर है. कर्नाटक ने 67 मेडल अपने नाम किए जिनमें, 22 गोल्ड मेडल, 17 सिलवर और 28 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं.
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मणिपुर 28 मेडल के साथ चौथे स्थान पर रहा, जिसमें 19 गोल्ड, 4 सिलवर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. मणिपुर जैसे कम आबादी वाले राज्य का चौथे स्थान पर दिखाता है कि वहां खेलों पर कितना ध्यान दिया जाता है और वहां की सरकार कितनी सपोर्टिव है.
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में टॉप पांच राज्यों की मेडल टैली में केरल का पांचवां स्थान है. केरल ने कुल 55 मेडल अपने नाम किए हैं, जिनमें 18 गोल्ड, 19 सिलवर और 18 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. इस प्रदर्शन से केरल जैसे छोटे राज्य ने सबको चौंकाया है.
खेलो इंडिया गेम्स में अगर पांच बड़े फिसड्डी राज्यों की बात करें, तो बिहार कुल 2 मेडल के साथ 28वें स्थान पर रहा, 42 मेडल में 6 गोल्ड और 17 सिलवर और 19 ब्रॉन्ज मेडल के साथ उत्तरप्रदेश 12वें स्थान पर रहा. 27 मेडल के साथ बेस्ट बंगााल 11वें तो 32 मेडल के साथ राजस्थान 10वें स्थान पर रहा.
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