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भारत को एशियन गेम्स 2023 का मेडल क्यों गंवाना पड़ेगा? परवीन हुडा पर एक्शन क्यों?

परवीन हुडा एशियन गेम्स के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं और उन्होंने कांस्य पदक जीता था.

क्विंट हिंदी
स्पोर्ट्स
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<div class="paragraphs"><p>भारत को एशियन गेम्स 2023 का मेडल क्यों गंवाना पड़ेगा? परवीन हुडा पर एक्शन क्यों?</p></div>
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भारत को एशियन गेम्स 2023 का मेडल क्यों गंवाना पड़ेगा? परवीन हुडा पर एक्शन क्यों?

(फोटो: क्विंट हिंदी)

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भारतीय बॉक्सर परवीन हुडा (Parveen Hooda) के निलंबन के कारण भारत को चीन के हांगझोऊ में एशियाई खेलों (Hangzhou Asian Games) में जीता गया कांस्य पदक गंवाना पड़ेगा. बॉक्सर परवीन हुडा को अंतरराष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (ITA) ने व्हेयरअबाउट (whereabouts test) जांच में फेल होने के बाद 22 महीने तक निलंबित कर दिया है. चलिए जानते हैं पूरा मामला क्या है और क्यों भारत को एशियाई खेलों में जीता गया कांस्य पदक गंवाना पड़ सकता है?

इससे पहले जान लेते हैं कि क्या है व्हेयर अबाउट टेस्ट?

साल में कई बार व्हेयर अबाउट टेस्ट किए जाते हैं. जिसमें हर खिलाड़ी को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी यानी वाडा को अपनी लोकेशन (Wherebouts) की जानकारी देनी होती है. ये टेस्ट मिस घोषित किए जाने पर एथलीट को डोप पॉजिटिव घोषित कर उसे प्रतिबंधित कर दिया जाता है.

पूरा मामला क्या है?

अंतरराष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (आईटीए) ने एक बयान जारी कर बताया "आईटीए पुष्टि करता है कि मुक्केबाज परवीन हुडा को इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन एंटी डोपिंग रूल्स (IBA ADR1) के अनुसार, 12 महीने की अवधि के भीतर तीन व्हेयरअबाउट (स्थित जांच) विफलताओं के बाद 22 महीने की अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है, जो 16 जुलाई 2025 तक प्रभावी है."

इसके अलावा, उन्होंने बताया "अपात्रता की अवधि के अलावा, 11 दिसंबर, 2022 से 17 मई, 2024 के बीच प्राप्त एथलीट के परिणाम अयोग्य हैं."

चीन में कोरोना महामारी के कारण 2022 एशियाई खेल एक साल बाद हुए. यानी 23 सितंबर से 8 अक्टूबर 2023 के बीच एशियाई खेलों का आयोजन किया गया.

4 अक्टूबर, 2023 को परवीन हुडा सेमीफाइनल में पहुंची और उन्होंने कांस्य पदक जीता था. वे मुकाबला चीनी ताइपे की लिन यू-टिंग से हार गई थीं.

चूंकि, एशियाई खेलों का ये समय आईटीए द्वारा निर्धारित समय अवधि के भीतर आता है और इस प्रकार परवीन से उसका जीता हुआ कांस्य पदक छीन लिया जाएगा.

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पदक वापस लेने के बाद किस पायदान पर होगा भारत?

पदक वापस लेने का मतलब है कि 2023 एशियाई खेलों में भारत की कुल पदक संख्या 107 से घटकर 106 हो जाएगी. हालांकि, इससे ओवरऑल मेडल रैंकिंग में देश के चौथे स्थान पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

भारत के पास कोटा हासिल करने का एक और मौका

अब परवीन हुडा के निलंबन के कारण, भारत को पेरिस 2024 कोटा भी छोड़ना पड़ा, जो परवीन ने एशियाई खेलों से हासिल किया था.

बता दें कि बॉक्सिंग में कोटा एथलीट को नहीं, देश को दिया जाता है. ऐसे में भारत के पास 24 मई से थाईलैंड में शुरू होने वाले दूसरे विश्व ओलंपिक क्वालीफायर में कोटा हासिल करने का मौका होगा. इसके लिए राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैस्मीन लाम्बोरिया अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर में 57 किग्रा कोटा के लिए रिंग में उतरेंगी. अगर जैस्मिन कट ऑफ में पहुंचने में सफल रहती हैं तो भारत को वापस कोटा मिल सकता है.

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