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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट प्लेयर एंड्रयू साइमंड्स (Andrew Symonds) की शनिवार, 14 मई को कार दुर्घटना में मौत हो गई. यह हादसा टाउन्सविल्ले नाम के शहर के बाहरी इलाके में हुआ.
9 जून 1975 को इंग्लैंड के बर्मिंघम में जन्में साइमंड्स को अपने दौर में दुनिया के सबसे शानदार ऑलराउंडर्स में गिना जाता था. उन्होंने 20 साल की उम्र से काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. इस दौरान ग्लोमॉर्गन के खिलाफ उन्होंने एक मैच की पहली पारी में 16 छक्के मारे थे, दोनों पारियों में मिलाकर 20 छक्के. इस तरह उनकी छवि एक ताबड़तोड़ बल्लेबाज की बनी.
साल 2003 के विश्व कप में साइमंड्स ने अपनी सबसे बड़ी पारी खेली. इसमें उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत में ही जोहान्सबर्ग में नाबाद 143 रनों की पारी खेल सबको हैरत में डाल दिया. साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 T20 भी खेले, जिसमें उन्होंने 337 रन बनाने के साथ आठ विकेट लिए.
एंड्रयू साइमंड्स ने साल 2004 में टेस्ट में डेब्यू किया और दो टेस्ट खेलने बाद ही वो बाहर हो गए. दो साल बाद टेस्ट मैच में उनकी फिर से वापसी हुई और एशेज सीरीज में उन्होंने अपना पहला शतक लगाया. साइमंड्स ने अपना आखिरी वनडे और टी20 पाकिस्तान के खिलाफ खेला.
एंड्रयू सायमंड्स के स्वभाव के बारे में शायद बहुत कम लोग जानते होंगे, लेकिन ये उन क्रिकेटरों में से एक थे जो मैदान पर अपने खेल के दौरान जितना सीरियस रहते,खेल के बाद उतना ही मजाकिया भी हो जाते. साइमंड्स ने अपने टीम के साथी खिलाड़ियों का खूब मनोरंजन किया है, चाहे वो ऑस्ट्रेलिया की टीम हो या फिर आईपीएल. युजवेंद्र चहल ने हाल ही में साइमंड्स के साथ अपना एक किस्सा शेयर करते हुए कहा था,
एंड्रयू सायमंड्स विवादों में भी खूब रहे हैं. भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह के साथ उनका मंकीगेट कांड क्रिकेट जगत के लिए कभी न भूलने वाली एक घटना थी. मंकीगेट की घटना ऑस्ट्रेलिया में 2008 में हुई थी.
साइमंड्स ने भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह पर सिडनी में 2008 के टेस्ट में उन्हें "बंदर" (Monkey) कहने का आरोप लगाया था. इस विवाद के बाद हरभजन को एक टेस्ट के लिए प्रतिबंध भी कर दिया गया था.
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