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भारत दौरे से ठीक पहले अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए बांग्लादेशी क्रिकेटरों ने अपना विरोध खत्म कर दिया है. बुधवार 23 अक्टूबर को बोर्ड अधिकारियों से मुलाकात के बाद देर रात खिलाड़ियों ने अपनी हड़ताल खत्म करने का फैसला किया.
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) और क्रिकेटर्स की एसोसिएशन ने खिलाड़ियों को भरोसा दिलाया कि उनकी लगभग सभी मांगें मानी जाएंगी. इसके बाद खिलाड़ियों ने ये फैसला किया.
ईएसपीएन-क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, बागी हड़ताली खिलाड़ियों का नेतृत्व कर रहे कप्तान शाकिब अल हसन ने साफ कहा कि वो पूरी तरह तभी संतुष्ट होंगे, जब उनकी सारी मांगें मान ली जाएंगी.
बांग्लादेश की राष्ट्रीय टीम से जुड़े और कई फर्स्ट क्लास क्रिकेटर्स सोमवार 21 अक्टूबर को अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए थे. उन्होंने साथ ही मांगें पूरी न होने तक किसी भी तरह के क्रिकेट में हिस्सा लेने से मना कर दिया था.
क्रिकेटरों की ज्यादातर मांग वेतन बढोतरी से जुड़ी हुई थीं. इनमें फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों की सैलरी में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी, घरेलू क्रिकेटर्स के लिए मैच फीस में बढाने और ग्राउंड स्टाफ को भी अच्छी सुविधाएं दिलाने की मांग थी.
इससे पहले बुधवार को ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना कोलकाता में 22 नवंबर से होने वाले टेस्ट मैच के लिए आने को राजी हो गई हैं. गांगुली ने साथ ही कहा था कि अगर प्रधानमंत्री आने को तैयार हैं, तो टीम के न आने का सवाल ही नहीं उठता.
भारत और बांग्लादेश के बीच 3 नवंबर से 3 मैचों की टी20 सीरीज शुरू हो रही है, जबकि 14 नवंबर से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होगी. टी20 सीरीज के लिए बांग्लादेश ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है, जबकि भारतीय टीम की घोषणा गुरुवार 24 अक्टूबर को होगी.
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