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मैनचेस्टर में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया की वो परेशानी आखिर सामने आ ही गई, जिसको लेकर सबसे ज्यादा आशंका और डर जताया जा रहा था. अच्छी फॉर्म में दिख रही टीम इंडिया की लगातार दूसरे मैच में खराब बैटिंग देखने को मिली है और टीम का मिडिल ऑर्डर एक बार फिर खुद को साबित करने में नाकाम रहा.
खासतौर पर सबसे ज्यादा चर्चा का मुद्दा रही चौथे नंबर की जिम्मेदारी संभाल रहे विजय शंकर ने एक बार फिर निराश किया. शंकर इस बार भी सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए और शंकर सहित टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है.
ओल्ड ट्रैफर्ड में विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया तो ऐसा लगा कि अच्छी पिच पर भारतीय बल्लेबाज मौके का फायदा उठाएंगे और बड़ा स्कोर खड़ा करेंगे, लेकिन टीम की शुरुआत खराब रही और रोहित शर्मा सिर्फ 18 रन बनाकर आउट हो गए.
हालांकि रोहित के विकेट पर थोड़ा सवाल भी उठे, क्योंकि रीप्ले में ये साफ नहीं था कि गेंद बल्ले से लगी या पैड से. फिर भी थर्ड अंपायर ने आउट दिया.
वर्ल्ड कप के लिए टीम के ऐलान के समय में जब विजय शंकर को अंबाती रायडु पर तवज्जो दी गई, तो कई पूर्व क्रिकेटरों ने सवाल खड़े किए. उस वक्त कहा गया कि शंकर की ऑलराउंड क्षमता टीम के काम आएगी.
शंकर इसके बाद से 3 पारियों में बैटिंग कर चुके हैं और एक बार भी बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे.
वेस्टइंडीज के खिलाफ शंकर के आउट होने के बाद टीम मैनेजमेंट ने केदार जाधव को प्रमोट करते हुए पांचवें नंबर पर भेजा, लेकिन जाधव भी कोई कमाल नहीं कर पाए और सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए.
मिडिल ऑर्डर के एक और फेलियर के बाद फैंस और एक्सपर्ट्स ने शंकर पर सबसे ज्यादा सवाल खड़े किए और ऋषभ पंत को मौका देने की मांग की.
वहीं काफी देर तक धोनी भी संघर्ष करते रहे और एक बार फिर फैंस ने धोनी को निशाने पर लिया. हालांकि, धोनी ने आखिरी ओवर तक टिके रहकर टीम को 268 तक पहुंचाया और 50वें ओवर में 16 रन भी बनाए.
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