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टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि हमारी टीम 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में शुरू हो रहे विश्व कप के लिए पूरी तरह से तैयार है. कोच शास्त्री ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारतीय टीम काफी लचीली है क्योंकि उसका कोई भी खिलाड़ी कहीं भी खेल सकता है. इसलिए चौथे नंबर की पोजीशन को लेकर कोई भी परेशानी नहीं हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति ने अंबाती रायडू के स्थान पर हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर को टीम में चुना है. शंकर हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए और 15 मैचों में सिर्फ 244 रन ही बना सके.
शास्त्री ने कहा कि कप्तान विराट कोहली और टीम के अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के बीच काफी सम्मान और अच्छा भाईचारा है और दोनों टीम के भले के लिए काम करते हैं.
शास्त्री ने कहा, "जिस तरह का सम्मान दोनों एक दूसरे का करते हैं उसे लेकर मुझे किसी तरह का शक नहीं है. मैं दोनों के लिए अच्छा काम करना चाहता हूं क्योंकि जब मैं पहली बार टीम के साथ जुड़ा था तब धोनी कप्तान थे. जब दूसरी बार टीम के साथ जुड़ा तो विराट कप्तान थे. मैं देख सकता हूं कि दोनों के बीच बेहद अच्छा तालमेल है."
उन्होंने कहा कि टीम में हर कोई धोनी की उपलब्धियों से वाकिफ है और टीम के खिलाड़ी पूर्व कप्तान से काफी कुछ सीखते हैं.
शास्त्री ने कहा कि ड्रेसिंग रूम में अलग-अलग तरह के खिलाड़ी होने से खिलाड़ियों को अपने आप को जाहिर करने का मौका मिलता है.
56 साल के शास्त्री ने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि टीम में सभी खिलाड़ी एक जैसे हों. आप जानते हैं कि ऐसा होने से क्या होगा. विराट के पास जो जुनून है, धोनी के पास जो धैर्य है, हर खिलाड़ी अलग है. रोहित, शिखर धवन से अलग हो सकते हैं. कुलदीप, हार्दिक पांड्या से अलग हो सकते हैं. आपको इस तरह की टीम चाहिए होती है.’’
भारत विश्व कप में अपना पहला मैच पांच जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलेगा.
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