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एजबेस्टन में जब दोनों जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो की अंधाधुंध बल्लेबाजी पर सबसे पहली रोक लगी, तो ऐसा लगा कि अब मौका भारत के हाथ में हैं. जेसन रॉय के आउट होने के बाद आए जो रूट ने पहले से ही डटे हुए जॉनी बेयरस्टो के साथ इंग्लैंड को संभाला.
इंग्लैंड का स्कोर 200 के पार हुआ और एक बार फिर लगा कि भारत के हाथ से मैच फिसल रहा है. यहीं पर एक गेंदबाजी बदलाव ने मैच फिर से मैच भारत की पकड़ में दे दिया. गेंदबाज था- मोहम्मद शमी.
इंग्लैंड के खिलाफ गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए शमी ने कुछ बेहतरीन गेंदबाजी, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया. जॉनी बेयरस्टो के बल्ले का किनारा लेते हुए गेंद 2-3 बार विकेट के बेहद पास से गुजरी, लेकिन सफलता नहीं मिली.
बेयरस्टो और रॉय ने तो खतरनाक बल्लेबाजी दिखाई लेकिन, भारत की तरफ से मोहम्मद शमी ने एक बार फिर अपने सलेक्शन को सही साबित कर दिया. यहां तक कि शमी ने अपने करियर के सबसे अच्छे बॉलिंग फिगर के साथ वापस लौटे.
इसके साथ ही,
हालांकि आखिरी के दो ओवरों में पहले जॉस बटलर और फिर बेन स्टोक्स ने शमी पर काफी रन जड़े, लेकिन शमी ने बीच में जो इंग्लैंड को झटके दिए उससे शमी ने अपनी अहमियत साबित करने के साथ ही बता दिया कि उनको ड्रॉप करना आसान नहीं होने वाला.
शमी के इस प्रदर्शन को कई पूर्व क्रिकेटरों और फैंस ने भी सराहा और यहां तक कहा कि भुवी के बजाए शमी को ही भारत के बचे हुए मैचों में मौका मिलना चाहिए.
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