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न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराकर ऑस्ट्रेलिया (AUS vs NZ) ने T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का खिताब पहली बार अपनी झोली में डाला है. पांच बार 50 ओवर वर्ल्ड कप जीत चुकी ऑस्ट्रेलिया के लिए ये पहला T20 वर्ल्ड कप टाइटल है.
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत में उन दो खिलाड़ियों का बड़ा योगदान रहा जिन्हें कुछ समय पहले तक दरकिनार किया जा रहा था. डेविड वॉर्नर ने इस मैच में 53 और मिचेल मार्श ने 77 रनों की पारी खेली.
लेकिन इससे पहले जहां डेविड वॉर्नर को उनके फॉर्म में न होने के कारण बूढ़ा कहकर बुलाया जाता था तो मिशेल मार्श का तो कॉन्ट्रैक्ट ही ऑस्ट्रेलियाई टीम से रद्द हो गया था.
T20 वर्ल्ड कप से पहले डेविड वॉर्नर की जमकर आलोचना की जा रही थी. इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में डेविड वॉर्नर बुरी तरह फॉर्म से जूझ रहे थे. उन्होंने आठ पारियों में सिर्फ 195 रन बनाए थे, इसमें उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 107 का था.
टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में वार्नर ने जो पारी खेली है, उससे साफ जाहिर है कि ये वॉर्नर के लिए वापसी का एक रास्ता तय करेगा और आने वाले कुछ सालों और वार्नर ऑस्ट्रेलिया की पीली जर्सी में नजर आएंगे.
"ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई मुझसे नफरत करते हैं"- 2019 में एशेज सीरीज का आखिरी मैच खत्म होने के बाद मिचेल मार्श ने ये स्टेटमेंट दिया. इस मैच से पहले मिचेल मार्श लगभग 1 साल तक मैदान से दूर रहे थे.
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के नैशनल सिलेक्टर्स ट्रेवर ओनस का जो स्टेटमेंट आया वह हैरान करने वाला था. उन्होंने कहा कि हम 2019-20 के कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में ऐसे खिलाड़ियों को रखना चाहते हैं जो आगे चलकर वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभा सके. इससे साफ है कि मिचेल मार्श को कोई तवज्जो नहीं दी गई थी.
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