T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड (AUS vs NZ) को आठ विकेट से हराकर पहली बार T20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया है.
ऑस्ट्रेलिया ने मिशेल मार्श (77) और डेविड वॉर्नर(28) की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत न्यूजीलैंड के 173 रनों के लक्ष्य को सिर्फ 18.5 ओवर में हासिल कर लिया.
लेकिन अब चर्चा इस बात की है कि इंग्लैंड जैसी टॉप टीम को सेमीफाइनल में हरा देने वाली न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में कैसे फिसल गया.
कप्तान केन विलियमसन ने शानदार 85 रनों की पारी खेली और टीम ने 172 रनों के स्कोर खड़ा किया लेकिन फिर भी टीम के खिलाड़ी जब गेंदबाजी करने उतरे तो आक्रामकता की कमी दिखी.
विलियमसन का विकेट गिरने से मोमेंटम टूटा
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने बेहद धीमी शुरुआत की. जिस विकेट पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज आसानी से रन बना रहे थे उसी विकेट पर न्यूजीलैंड ने 10 ओवर में सिर्फ 57 रन बनाए थे, जबकि इस दौरान उन्होंने सिर्फ एक विकेट गंवाया था.
इसके बाद 11 ओवर में कप्तान केन विलियमसन जोश हेजलवुड के हाथ में गेंद मार बैठे लेकिन उनकी किस्मत अच्छी थी कि गेंद छूट गई.
केन विलियमसन उसके बाद आक्रामक हो गए और तेजी से रन बनाने लगे, अब जब विलियमसन तेरी से रन बना रहे थे तो न्यूजीलैंड का पूरा खेमा उत्साहित दिख रहा था.
मैक्सवेल के 16वें ओवर में विलियमसन ने अकेले 22 रन जड़ दिए. उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि टीम का स्कोर 200 तक पहुंच सकता है. लेकिन इस ओवर के बाद विलियमसन भी धीमे पड़ गए और 18 ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हो गए. जब वो आउट हुए तो टीम का स्कोर 144 रन था और 13 गेंदें बाकी थी.
इन अंतिम गेंदों में किवी टीम शायद जिस स्कोर को खड़ा करने की मंशा रखती थी उसे हकीकत में नहीं बदल पाई, लिहाजा जो मोमेंटम टूटा उससे न्यूजीलैंड की गेंदबाजी पर भी प्रभाव पड़ा और गेंदबाजी औसत रही.
बौलर्स की तरफ से कोई आक्रामक प्रदर्शन नहीं किया गया. जिमी नीशम जैसे गेंदबाज ने एक ओवर में 15 रन लुटाए और दोबारा बोलिंग मिली ही नहीं.
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