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16 टीमें, 45 मैच और एक महीने की जद्दोजहद के बाद T20 वर्ल्ड कप 2021(T20 World Cup 21) अब अपने मुकाम तक पहुंच चुका है. टूर्नामेंट को ऑस्ट्रेलिया के रूप में एक नया चैंपियन मिला और भारत जिससे सबसे ज्यादा उममीदें थी, वो सुपर 12 से ही बाहर हो गया.
ये टूर्नामेंट दो देशों, ओमान और UAE में खेला गया था. इस टी20 विश्व कप के दौरान कई रोचक घटनाएं हुई. कई खिलाड़ियों और टीमों के लिए ये वर्ल्ड कप यादगार रहा तो कुछ एसे भी प्रदर्शन रहे जिन्हें खिलाड़ी भूलना चाहते होंगे.
यहां हम आपके लिए टी20 विश्व कप 2021 की हाइलाइट्स (T20 WC 21 Highlights) लेकर आए हैं.
इस टूर्नामेंट में दो तेज गेंदबाजों को ऑनलाइन ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा और उन्हें उनकी टीमों को हुए नुकसान के लिए टोरगेट बनाया गया. भारत की पाकिस्तान से हार के बाद सोशल मीडिया पर मोहम्मद शमी जमकर ट्रोल हुए.
शमी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर सैकड़ों मैसेज छोड़े गए थे कि वह एक "देशद्रोही" थे और उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया जाना चाहिए, लेकिन शमी को अपने कप्तान विराट कोहली का पूरा समर्थन मिला और उन्होंने कड़े शब्दों में आलोचना की निंदा की.
इसी तरह, पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली भी पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से पाकिस्तान की हार के बाद ऑनलाइन ट्रोलिंग का शिकार हुए. अली के सोशल मीडिया अकाउंट लोगों की गालियों से भरे हुए थे और उन्हें सेमीफाइनल में पाकिस्तान की हार के लिए दोषी ठहराया गया.
श्रीलंका के खिलाफ जॉस बटलर की 67 गेंदों में नाबाद 101 रनों की पारी टी20 विश्व कप 2021 का एकमात्र शतक था. जैसे ही बटलर ने अपना पहला टी20ई शतक पूरा किया, वह टेस्ट, एकदिवसीय और टी20ई में शतक बनाने वाले पहले इंगलिश खिलाड़ी बन गए.
शतक ने बटलर की साख को टी 20 क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक के रूप में आगे बढ़ाने में भी मदद की.
विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 'व्यक्तिगत' आधार पर टीम के मैच से ठीक पहले टीम से खुद को अलग रक लिया. बाद में यह सामने आया कि डी कॉक ने सभी खिलाड़ियों को नस्लीय भेदभाव के खिलाफ घुटने टेकने के लिए क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के निर्देश का पालन करने से इनकार कर दिया था.
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने स्थिति को ठीक से संभाला और इसे बड़ा विवाद नहीं बलले दिया. बावुमा ने कहा कि वह किसी को भी चीजों को देखने के लिए मजबूर नहीं कर सकते जैसे वह करते हैं.
इससे पहले कि टूर्नामेंट ने गति पकड़ी और छक्के और चौके आसानी से बहने लगे, बल्लेबाजों ने बीच में कठिन समय का सामना किया. टूर्नामेंट के इतिहास में पांच सबसे कम स्मेंकोर में से तीन इस विश्व कप में थे.
अफगानिस्तान के खिलाफ स्कॉटलैंड की टीम 10.2 ओवर में सिर्फ 60 रन पर ढेर हो गई. श्रीलंका ने नीदरलैंड को 10 ओवर में 44 रन पर समेट दिया, लेकिन
ड्वेन ब्रावो और असगर अफगान ने विश्व कप के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की.
क्रिस गेल जमैका में अपने घरेलू दर्शकों के सामने विदाई मैच की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने माना है कि उन्होंने अपना आखिरी विश्व कप खेल खेला है. टी20 विश्व कप ब्रावो, गेल और अफगान के लिए विदाई थी जो अपनी टीमों के लिए दिग्गज रहे हैं.
2008 में टी20 विश्व कप की पहली हैट्रिक के बाद से, टी20 विश्व कप के पांच और मौके बिना हैट्रिक के चले गए थे.
2021 में, कर्टिस कैंपर, वानिंदु हसरंगा और कैगिसो रबाडा ने उस सूखे को समाप्त कर दिया और तीनों विश्व कप के हैट्रिक हीरो बन गए.
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों पक्षों के बीच फाइनल मुकाबला एकतरफा हो गया. टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरोन फिंच ने पहले फील्डिंग करने का फैसला किया.
केन विलियमसन की 48 गेंदों में 85 रन की शानदार पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने 172/4 का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया, लेकिन विलियमसन के प्रयासों पर पानी फिर गया क्योंकि डेविड वार्नर ने 38 गेंदों में 53 रनों की पारी खेली और मार्श ने 50 गेंदों में नाबाद 77 रनों बनाए. जिससे ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 18.5 ओवर में 8 विकेट शेष रहते हुए जीत हासिल की. इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला टी20 विश्व कप खिताब जीता.
भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बाद टी20 विश्व कप ट्रॉफी उठाने वाली ऑस्ट्रेलिया छठी अलग-अलग टीम बन गई है.
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