advertisement
वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने कहा है कि प्रत्येक संभावित डालर कमाने की कवायद में जरूरत से ज्यादा क्रिकेट हो रहा है और कोरोनावायरस के कारण मिले ब्रेक का इस्तेमाल इस आत्मविश्लेषण के लिए किया जाना चाहिए कि खेल सही दिशा में आगे जा रहा है या नहीं.
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने 66 साल के होल्डिंग का निजी तौर पर मानना है कि खेल के ज्यादा व्यावसायीकरण के बीच कुछ समय का ब्रेक जरूरी था.
उन्होंने कहा, ‘‘हर व्यक्ति हर संभावित डालर कमाने की कोशिश में जुटा है. लेकिन क्या हम थोड़ी देर रुक सकते हैं और बैठकर देख सकते हैं कि क्या सब कुछ ठीक है? काफी क्रिकेट खेला जा रहा है.’’
कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर में खेल जगत ठप्प पड़ी हैं और ज्यादातर प्रतियोगिताओं को स्थगित या रद्द कर दिया गया है. बेहद लोकप्रिय इंडियन प्रीमियर लीग को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है और इस साल आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप पर भी संशय बना हुआ है.
होल्डिंग ने कहा कि कभी ना कभी प्रशासकों को क्रिकेट दोबारा शुरू करने का फैसला करना होगा और अगर जरूरी हुआ तो खाली स्टेडियम में.
होल्डिंग ने कहा, ‘‘इसलिए उन्हें खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलने का प्रयास करना होगा या जिस भी प्रारूप में खेलने का मौका मिले उसे खेलना होगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)