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भारत और साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच सेंचुरियन टेस्ट (Centurion Test) में भारत ने साउथ अफ्रीका को हराकर इतिहास रच दिया. भारतीय टीम सेंचुरियन के मैदान पर टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम भी बनी.
भारत जो अब तक साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई, इस बार पहले ही टेस्ट में जीत के साथ शुरुआत होने से भारत के लिए सीरीज जीतने की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं. कई खिलाड़ियों ने इस मैच में शानदार काम प्रदर्शन किया और बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए.
अभी ज्यादा समय नहीं बीता, विराट कोहली टी 20 वर्ल्ड कप में टॉस न जीत पाने के कारण लगातार आलोचनाओं का शिकार हो रहे थे. लेकिन साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज शुरु होते ही विराट कोहली ने इसी मामले में इतिहास रच दिया.
विराट टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा टॉस जीतने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं. इन्होंने अब तक 30 मैचों में टॉस जीते हैं जो भारत में किसी भी टेस्ट कप्तान के लिए सबसे ज्यादा है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर मोहम्मद अजहरुद्दीन हैं जिन्होंने 29 मैचों में टॉस जीता है. इसमें तीसरे नंबर पर महेंद्र सिंह धोनी हैं जिन्होंने 26 टेस्ट टॉस जीते हैं.
केपटाउन में 2007 की श्रृंखला में वसीम जाफर के 116 रन के बाद केएल राहुल दक्षिण अफ्रीका में एक टेस्ट मैच में शतक बनाने वाले केवल दूसरे भारतीय सलामी बल्लेबाज बने.
वह ऑस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर और वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के साथ टेस्ट क्रिकेट में सेंचुरियन में शतक बनाने वाले तीसरे विजिटिंग सलामी बल्लेबाज बन गए हैं.
राहुल के पास अब उन सभी देशों में शतक है जहां उन्होंने खेला है - इंग्लैंड में दो और ऑस्ट्रेलिया, भारत, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और अब साउथ अफ्रीका में एक-एक.
केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट शतक बनाने वाले इतिहास के पहले भारतीय सलामी बल्लेबाज बन गए हैं.
रिषभ पंत ने इस टेस्ट मैच में विकेट कीपिंग में एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. वो टेस्ट क्रिकेट में विकेट कीपिंग में सबसे तेज 100 शिकार तक पहुंचने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं. उन्होंने ये मुकाम सिर्फ 26 मैचों में हासिल कर लिया.
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर महेंद्र सिंह धोनी हैं जो पंत से काफी दूर हैं. उन्होंने ये उपलब्धि 36 मैचों में हासिल किया था. रिद्धिमान साहा भी इसमें 36 मैचों के साथ तीसरे नंबर पर ही हैं. चौथे नंबर पर भारत के पूर्व खिलाड़ी किरण मोरे हैं, जो 39 मैचों में 100 के आंकड़ें तक पहुंचे थे.
इस टेस्ट मैच के दौरान मोहम्मद शमी ने सिर्फ 55 टेस्ट में 200 विकेटों का सफर तय कर लिया.
भारतीय इतिहास में सिर्फ कपिल देव (50 टेस्ट) और जवागल श्रीनाथ (सिर्फ 1 टेस्ट कम यानि कि 54 मैच) जैसे गेंदबाजों ने ही शमी से तेज रफ्तार में ये कमाल बतौर तेज गेंदबाज दिखाया है.
पिछले दो दशक में भारत के लिए दो सबसे कामयाब और अनुभवी गेंदबाज जहीर खान और ईशांत शर्मा को भी 200 के क्लब में शामिल होने के लिए 63-63 मैच खेलने पड़ गये थे.
2015 के बाद से विदेशी जमीं पर शमी को छोड़कर किसी भी गेंदबाज ने 100 विकेट हासिल नहीं किये हैं.
इसे वैसे महज इत्तेफाक ही कहा जा सकता है कि शमी ने अपना 100वां और 200वां विकेट साउथ अफ्रीका के उसी सेंचुरियन में लिया जहां मौजूदा सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है.
विराट कोहली की कप्तानी में इस टेस्ट मैच के दौरान भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है. विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा 49 बार विरोधी टीम को 200 रन से कम के स्कोर पर रोका है. इसमें दूसरे नंबर पर ग्रेम स्मिथ हैं जिन्होंने अपनी कप्तानी में 48 बार ये कारनामा किया है. तीसरे नंबर पर पीटर मे (40) फिर क्लाइव लॉएड (39) और रिकी पॉन्टिंग (36) हैं.
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