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आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम सेमीफाइनल तक पहुंच चुकी है जहां उसका मुकाबला कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से हो रहा है. इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने अपने सभी 4 मैच जीते हैं. भारत की जूनियर टीम को अपने मुकाबले जीतने के लिए कोई ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी है.
भारत के अभी तक के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे पूरी टीम का ही हाथ है, लेकिन 2 खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है- यशस्वी जायसवाल और रवि बिश्नोई.
बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल पिछले कुछ महीनों से लगातार भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की जुबान पर बने हुए हैं. विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और फिर आईपीएल 2020 के लिए हुई नीलामी में अच्छी खासी बोली. जायसवाल के चर्चे जारी हैं. ऐसे में अंडर-19 वर्ल्ड कप में उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी.
जायसवाल ने निराश नहीं किया. भारतीय टीम, भारतीय टीम के फैंस और खुद की उम्मीदों पर यशस्वी लगातार खरे उतर रहे हैं. टूर्नामेंट में भारतीय टीम के पहले ही मैच में जायसवाल ने अपना कमाल दिखाया.
वहीं अगले ही मैच में जापान की टीम सिर्फ 41 रन पर ढेर हो गई, इसलिए जायसवाल को बड़ा स्कोर करने का मौका नहीं मिला.
ग्रुप के अपने आखिरी मुकाबले में भारत के सामने न्यूजीलैंड की टीम थी. यशस्वी ने यहां भी अपने साथी दिव्यांश के साथ मिलकर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई. यशस्वी ने टूर्नामेंट में अपना दूसरा अर्धशतक जड़ा.
इस तरह यशस्वी अभी तक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 3 अर्धशतक जड़ चुके हैं. अपनी 4 पारियों में उन्होंने 103 की एवरेज से 207 रन बना लिए हैं और भारत के टॉप स्कोरर हैं.
वहीं गेंदबाजी में भारत के लिए लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने कमाल किया है. राजस्थान के इस युवा स्पिनर ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से विरोधी टीमों को भारत के सामने टिकने नहीं दिया है.
पहले मैच में श्रीलंका के खिलाफ बिश्नोई ने 2 अहम विकेट लेकर लंकाई टीम को भारत के दिए लक्ष्य तक पहुंचने से रोका था. इसके बाद जापान के खिलाफ तो बिश्नोई ने कहर ही बरपा दिया.
इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ अहम मुकाबले में भी बिश्नोई ने फिर अपना कमाल दिखाया. बारिश से प्रभावित इस मैच में न्यूजीलैंड के सामने चुनौती आसान नहीं थी. इस चुनौती को और भी मुश्किल बना दिया बिश्नोई की फिरकी ने.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में कार्तिक त्यागी ने पहले ही टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई दी थी. इस मैच में बिश्नोई को सिर्फ एक सफलता मिली, लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बांधे रखा.
सेमीफाइनल में भी पाकिस्तान के खिलाफ बिश्नोई ने अपना कमाल दिखाया और 46 रन देकर 2 विकेट हासिल किए. बिश्नोई इस वर्ल्ड कप में अभी तक भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं. अपने 5 मैचों में बिश्नोई ने 13 विकेट हासिल किए हैं.
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