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पहली बार टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग के लिए उतरे रोहित शर्मा ने बेहतरीन शुरुआत की. बुधवार 2 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन रोहित ने शानदार शतक जड़ टीम के फैसले को सही साबित किया.
हालांकि खराब रोशनी के कारण चायकाल से कुछ वक्त पहले ही खेल रोकना पड़ा और फिर हुई जोरदार बारिश के कारण पहले दिन का खेल खत्म होने का ऐलान कर दिया गया. खेल रोके जाने तक भारत ने बिना विकेट खोए 202 रन बना दिए.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विशाखापत्तनम में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. विशाखापत्तनम की बल्लेबाजों की मददगार इस पिच में कप्तान का फैसला सही साबित हुआ.
पहला घंटा निकलने के बाद रोहित और मयंक ने बिना किसी परेशानी के साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों को खेला. रोहित खासतौर पर आक्रामक नजर आए. उन्होंने अफ्रीकी टीम के तीनों स्पिनरों के खिलाफ कदमों का अच्छा इस्तेमाल किया.
लंच से ठीक पहले रोहित ने फाइन लेग की ओर चौका जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया. लंच तक भारत ने बिना विकेट खोए 91 रन बना लिए थे.
लंच के बाद भी साउथ अफ्रीका के गेंदबाज बेअसर दिखे और दोनों ओपनर अपनी रफ्तार से रन बनाते रहे. इस बीच मयंक ने हाथ खोलने शुरू किए और जल्द ही अपना चौथा अर्धशतक पूरा कर लिया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी मयंक का ये पहला अर्धशतक है.
इसके बाद रोहित शर्मा ने भी अपना रंग दिखाना शुरू किया और बाउंड्री में बात करनी शुरू की. रोहित जब 81 रन पर खेल रहे थे तो उन्होंने डेन पीट के ओवर में मिडविकेट और लॉन्ग ऑन पर लगातार 2 छक्के जड़े और 93 रन पर पहुंचे.
रोहित ने 154 गेंद में 10 चौके और 4 छक्कों की मदद से शतक पूरा किया. रोहित के चारों शतक भारतीय जमीन पर ही आए हैं. पहले 2 शतक रोहित ने 2013 में अपनी पहली ही टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ जड़े थे. इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ 2017 में रोहित ने शतक जड़ा था.
दूसरी तरफ मयंक अग्रवाल भी धीमे-धीमे अपने पहले शतक की ओर बढ़ रहे हैं. वो अब तक 183 गेंद में 84 रन बनाकर खेल रहे हैं. मैच के दूसरे दिन वो अपना पहला शतक पूरा करने की कोशिश करेंगे.
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