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किसी भी खेल में ‘कॉन्फिडेंस’ का रोल अलग ही है. खिलाड़ियों में ये ‘कॉन्फिडेंस’ आता है उनके प्रदर्शन से. आईपीएल भले ही 20 ओवर का फॉर्मेट हो लेकिन इसके प्रदर्शन के आधार पर ये साफ दिखता है कि कौन सा खिलाड़ी फॉर्म में है और कौन आउट ऑफ फॉर्म. ये चर्चा हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आईपीएल अब खत्म हो चुका है और बारी वर्ल्ड कप की है.
टीम इंडिया के खिलाड़ियों के अनुभव, उनकी साख और रिकॉर्ड्स को देखते हुए वर्ल्ड कप में उन्हें ‘फेवरिट’ भी माना जा रहा है. भारतीय टीम जल्द ही इंग्लैंड के लिए रवाना होगी. ठीक 21 दिन बाद उसे अपना पहला मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है.
भारतीय टीम को वर्ल्ड कप में 9 लीग मैच खेलने हैं. इस बार फॉर्मेट भी ऐसा है कि सभी टीमें 9-9 मैच खेलेंगी और जो टीम टॉप 4 में रहेगी वो सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी. आईपीएल में अगर भारतीय टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर डाल लें तो मोटे तौर पर अंदाजा लग जाएगा कि टीम इंडिया किस तरह की चुनौती पेश करने जा रही है. आईपीएल की अलग-अलग टीमों के लिए खेल रहे टीम इंडिया के खिलाड़ियों के प्रदर्शन का ये आंकड़ा देखिए-
इन आंकड़ों में एक खास बात है वो ये कि कुलदीप यादव को छोड़ दें तो सभी खिलाड़ियों ने अपनी अपनी फ्रेंचाइजी के लिए लगभग सभी मैच खेले हैं. कुलदीप यादव इस सीजन में बिल्कुल ही बेरंग दिखाई दिए. कुलदीप यादव को छोड़ दें तो लगभग सभी टीमों के स्पिन गेंदबाजों ने आईपीएल में अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया. लेकिन ‘वेरिएशन’ की कमी कुलदीप यादव को मंहगी पड़ी. उन्होंने अपनी गेंदों की रफ्तार को जरूरत के हिसाब से नहीं बदला जो उनकी नाकामी की सबसे बड़ी वजह है. बावजूद इसके बतौर कप्तान विराट कोहली को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
आपने जो आंकड़े अभी देखे उसमें जिन खिलाड़ियों के नाम पहले 11 नंबर पर हैं वही वर्ल्ड कप के पहले मैच में टीम इंडिया का प्लेइंग 11 होगा. ज्यादा से ज्यादा अगर एक बदलाव विराट कोहली करेंगे भी तो केदार जाधव की जगह वो रवींद्र जडेजा को मौका दे सकते हैं. यानी पहले मैच में केएल राहुल, कुलदीप यादव, दिनेश कार्तिक को शायद ही मौका मिलेगा. अब वापस आंकड़ों पर नजर घुमाइए.
धोनी आईपीएल के इस सीजन में जबरदस्त फॉर्म में रहे हैं. उनके आंकड़े देखकर ही ये बात समझ आती है. दूसरे सबसे ‘क्रूशियल’ खिलाड़ी हैं हार्दिक पांड्या. आप बल्ले और गेंद दोनों से उनका प्रदर्शन देखिए. गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, चहल और भुवनेश्वर कुमार सब के सब कामयाब और किफायती दोनों रहे हैं. कुल मिलाकर विराट कोहली के ज्यादातर खिलाड़ी ऐसी फॉर्म में हैं कि उन्हें इंग्लैंड में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. हां, विराट कोहली को ‘मेंटली’ आईपीएल में बतौर कप्तान अपनी नाकामी से बाहर निकलना होगा.
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