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गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) ने रविवार को अपने पहले आईपीएल सीजन के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स पर सात विकेट से जीत दर्ज करके इतिहास रच दिया. ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की कप्तानी में ये जीत बेहद खास है, क्योंकि उन्होंने अपनी टीम को लीड करते हुए न केवल अच्छी कप्तानी की बल्कि मुश्किल परिस्थियों में बतौर खिलाड़ी भी टीम को संभाला.
संजू सैमसन फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लेकिन गुजरात ने राजस्थान को 130-9 के स्कोर पर रोक दिया और फिर इस लक्ष्य को आराम से हासिल कर लिया. मैच के बाद हार्दिक पांड्या ने कहा कि बाहर उनके बारे में क्या बातें होती है इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.
हार्दिक ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा कि मैं दिखाना चाहता कि मैंने कितनी कड़ी मेहनत की है. उन्होंने कहा,
हार्दिक ने कहा कि “किसी भी दिन, मैं 160-170 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने के बजाय ट्रॉफी लूंगा. मैं जिस भी टीम के लिए खेलता हूं, मेरे लिए मेरी टीम सबसे महत्वपूर्ण है. मैं हमेशा से उस तरह का व्यक्ति रहा हूं. बाहर लोग क्या बात करते हैं इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर मुझे बलिदान देना पड़ा और खराब मेरा खराब सीजन रहा और मेरी टीम जीत गई, तो मैं इसे स्वीकार करूंगा."
उन्होंने आगे कहा, “मैं हमेशा खुद को एक बल्लेबाज के रूप में देखता हूं. मेरे लिए सबसे पहले बल्लेबाजी आती है. ये हमेशा मेरे दिल के करीब रहने वाला है.” हार्दिक अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी शैली के लिए जाने जाते हैं. लेकिन पूरे आईपीएल 2022 में, पांड्या ने 15 पारियों में 487 रन बनाए और सीजन के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे.
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