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एक तरफ इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 रोमांच का चरम बिंदु छू रहा है तो दूसरी तरफ देश में पिछले कुछ दिनों से जो धार्मिक कट्टरता की खबरें आ रही हैं उसका असर क्रिकेट पर भी दिखने लगा है.
भारत के 2 बड़े क्रिकेटर इरफान पठान (Irfan Pathan) और अमित मिश्रा (Amit Mishra) शुक्रवार को अपने ट्वीट्स के चलते चर्चा में आ गए. पहला ट्वीट इरफान पठान की तरफ से आया, इसके बाद अमित मिश्रा ने उन्हीं की शैली में उनके ट्वीट को पूरा किया.
इरफान पठान ने एक ट्वीट शेयर करते हुए लिखा, "मेरा देश, मेरा खूबसूरत देश, धरती पर सबसे महान देश बनने की क्षमता रखता है. लेकिन ………”
हालांकि यहां पठान ने स्पष्ट तौर पर ये नहीं बताया कि ये बात उन्होंने किस संदर्भ में लिखी है, लेकिन कई ट्विटर यूजर्स ने उनके 'क्योंकि' का अर्थ हाल ही में देश की राजधानी में जहांगीरपुरी हिंसा के संदर्भ में निकाला है.
इरफान पठान के ट्वीट के चंद घंटे बाद अमित मिश्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया. हालांकि मिश्रा ने इरफान के ट्वीट का कोई जवाब नहीं दिया और न ही उन्हें कोट किया, लेकिन उन्होंने अपना ट्वीट इरफान की ही शैली में लिखा. इससे यह स्पष्ट था कि मिश्रा पठान के ट्वीट पर इशारा कर रहे थे. अमित मिश्रा ने अपने ट्वीट में लिखा,
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि, "इरफान पठान ने किसी पर निशाना साधते हुए कुछ नहीं कहा, परिस्थितियों में पठानों की देशभक्ति पर प्रभावी ढंग से आक्षेप लगाने के लिए पठान के ट्वीट का उपयोग करने का अमित मिश्रा का चयन एक खराब काम है."
एक और यूजर ने लिखा कि "क्रिकेटर अमित मिश्रा की अपने पूर्व सहयोगी इरफान पठान के ट्वीट पर गूढ़ प्रतिक्रिया, भारत की वर्तमान खेदजनक स्थिति का सार है. कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि इरफान और कैफ पृथ्वी पर इतने सारे संघियों के साथ कैसे भारत के लिए क्रिकेट खेलते होंगे."
एक ट्विटर यूजर ने अमित मिश्रा से सवाल किया कि, "एक सवाल अमित... कल जहांगीरपुरी दिल्ली इलाके में... एमसीडी आदरणीय सुप्रीम कोर्ट के विध्वंस रोकने के आदेश की अनदेखी कर रही थी... आप कहां थे... जमीन के नीचे या पानी के नीचे."
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