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भारत पहुंचते ही सिराज अपने अब्बू की कब्र पर पहुंचे और उन्हें याद किया. दरअसल जब सिराज आईपीएल 2020 के लिए यूएई गए थे उस दौरान ही उनके पिता की तबीयत ठीक नहीं थी, उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था. आईपीएल खत्म होने के बाद सिराज दुबई से ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए निकल गए थे. जहां पहुंचने के कुछ दिनों बाद ही पता चला कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे. बायो बबल और कोरोना प्रोटोकाल के कारण सिराज ने दिल और मन मजबूत करते हुए स्वदेश लौटने का फैसला त्याग दिया. इस तरह सिराज अपने पिता के अंतिम दर्शन और संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे.
मोहम्मद सिराज के पिता का नाम मोहम्मद गौस था, वे ऑटो ड्राइवर थे. परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन पिता ने सिराज सपनों को पूरा करने के लिए पैसों की कमी नहीं आने दी थी. सिराज को अपनी कमाई में से पैसे देते थे. उन्होंने महंगी किट का इंतजाम करते थे.
सिराज के भाई इस्माइल ने कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके पिता का सपना था कि सिराज देश के लिए टेस्ट मैचों में खेले, वह हमेशा सिराज को सफेद जर्सी में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए देखना चाहते थे और आज जब वो नहीं हैं तब सिराज ने डेब्यू कर लिया है. सिराज के परिवार का कहना है कि भारत के लिए टेस्ट पदार्पण करके सिराज ने उन्हें गौरवान्वित कर दिया है.
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड SCG पर तीसरे टेस्ट मैच से पहले राष्ट्रगान के समय मोहम्मद सिराज इमोशनल हो गए थे, वे अपनी आंसू पर काबू नहीं रख पाए थे. सिराज का ये वीडियो वायरल भी हुआ था.
ब्रिस्बेन टेस्ट की दूसरी पारी में पांच विकेट लेने के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिराज ने कहा कि हमारा लक्ष्य यह श्रृंखला जीतना है खासकर इतने सारे खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद हमारी टीम ने पहली पारी में कड़ी चुनौती पेश की है.
सिराज ने लगातार सहयोग, समर्थन और मनोबल बढ़ाने के लिए कप्तान आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से युवाओं को मौके मिले फिर चाहे वह नटराजन हो या वॉशिंगटन. इन सभी ने मौके का फायदा उठाया. सभी ने अपनी तरफ से अच्छा प्रदर्शन किया. मैं विशेष तौर पर युवाओं पर भरोसा दिखाने और मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए अजिंक्य रहाणे का आभार व्यक्त करता हूं. वह मुझसे हर समय बात करते रहे और इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है.
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