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मोटेरा स्टेडियमः जहां गावस्कर, कपिल और सचिन ने भी बदला इतिहास

मोटेरा स्टेडियम पहली बार 1982 में बनकर तैयार हुआ था

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क्रिकेट
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अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, मोटेरा स्टेडियम बनकर तैयार है
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अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, मोटेरा स्टेडियम बनकर तैयार है
(फोटोः BCCI)

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अहमदाबाद के मोटेरा में सरदार पटेल स्टेडियम फिलहाल चर्चा में है. मोटेरा स्टेडियम के नाम से मशहूर स्टेडियम अपने नए रूप के साथ बनकर लगभग तैयार है और अब ये दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बन जाएगा. अभी ये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के कारण खबरों में है.

अपने नए रूप में ये स्टेडियम पहली बार लोगों के सामने पेश हुआ है. नए स्टेडियम में करीब 1 लाख 10 हजार दर्शक बैठ सकेंगे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा.

हालांकि अभी इस स्टेडियम में किसी भी मैच के लिए कोई कार्यक्रम तय नहीं है, लेकिन अपने पुराने रूप में जब भी इस मैदान ने किसी मैच की मेजबानी की, तो यहां कई रिकॉर्ड बने.

1982 में बने इस स्टेडियम में पहली बार 1983 में टेस्ट मैच का आयोजन किया गया था. उसके बाद से ये स्टेडियम क्रिकेट जगत के कई अहम पलों का गवाह बना. इस स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े दिग्गजों ने कई बड़े रिकॉर्ड खड़े किए.

सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड

दुनिया के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर ने रनों का अंबार लगाते हुए सबसे पहले 1983 में यहां एक पहला बड़ा रिकॉर्ड तोड़ा था.

वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में गावस्कर ने 90 रन बनाए. इसके साथ ही उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबजा ज्यॉफ बॉयकॉट के उस वक्त सबसे ज्यादा टेस्ट रन, 8,114 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा था.

4 साल बाद पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज में गावस्कर ने वो कारनाम किया, जो किसी ने नहीं किया था. गावस्कर ने सीरीज के चौथे टेस्ट में 63 रन बनाए और इस तरह टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बने.

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कपिल देव का कमाल

1983 का साल भारत के लिए खास था. भारत ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता था. उस जीत के हीरो रहे कप्तान कपिल देव ने 1983 में ही इस स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया था. वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरी पारी में कपिल ने 83 रन देकर 9 विकेट हासिल किए थे.

इसके बाद 1993 में कपिल देव नए एक बार फिर रिकॉर्ड के लिए मोटेरा स्टेडियम को चुना. 1994 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में हसन तिलकरत्ने का विकेट लेने के साथ ही कपिल देव ने रिचर्ड हैडली के सबसे ज्यादा 431 टेस्ट विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ा था.

रनों के पहाड़ पर सचिन

दुनिया के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट के कई रिकॉर्ड हैं. उनमें से ही एक है सबसे ज्यादा टेस्ट और वनडे रन का. वनडे क्रिकेट में 18000 रन बनाने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज सचिन ने ये उपलब्धि इसी स्टेडियम में हासिल की थी.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2011 के वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल में सचिन ने 18 हजार वनडे रनों का आंकड़ा पार किया था.

ऑस्ट्रेलिया से बदला

कई रिकॉर्ड के साथ ही एक खास मैच के लिए भी इस स्टेडियम की भारतीय फैंस के दिल में खास जगह है. 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम ने क्वार्टर फाइनल में लगातार 3 बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराया था.

युवराज सिंह के शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप से बाहर किया और 2003 के वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार का हिसाब पूरा किया.

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