Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Sports Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Cricket Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019ऋषभ पंत का दौर फिलहाल खराब और उन्हें ये समझना होगाः अजिंक्य रहाणे

ऋषभ पंत का दौर फिलहाल खराब और उन्हें ये समझना होगाः अजिंक्य रहाणे

ऋषभ पंत ने बीते एक महीने से एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है

क्विंट हिंदी
क्रिकेट
Published:
ऋषभ पंत ने पिछले एक महीने से एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है
i
ऋषभ पंत ने पिछले एक महीने से एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है
(फोटोः IANS)

advertisement

भारत के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत को स्वीकार करना होगा कि वह खराब दौर से गुजर रहे हैं और बतौर क्रिकेटर बेहतर होने पर उन्हें फोकस जारी रखना होगा. भारतीय टीम शुक्रवार 21 फरवरी से न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में पहला टेस्ट मैच खेलेगी.

मैच से एक दिन पहले गुरुवार 20 फरवरी को वेलिंग्टन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रहाणे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बात कही.

22 साल के पंत, पांच महीने पहले तक सभी प्रारूपों में विकेटकीपर के तौर पर भारत की पहली पसंद थे. फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान ऋद्धिमान साहा की बतौर विकेटकीपर टीम में वापसी हुई.

वहीं पिछले महीने ही उन्होंने वनडे और टी20 फॉर्मेट में भी अपनी जगह गंवा दी. पंत की जगह केएल राहुल को विकेटकीपिंग की भी जिम्मेदारी दी गई, जिसको उन्होंने अभी तक बखूबी निभाया है.

रहाणे ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से पूर्व कहा,

‘‘यह स्वीकार करना जरूरी है कि आप कहां खड़े हैं. सकारात्मक रहकर ज्यादा से ज्यादा सीखने की जरूरत है. बात सीनियर या जूनियर की नहीं है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘किसी को भी बाहर बैठना अच्छा नहीं लगता लेकिन यह स्वीकार करना होगा कि टीम को उस दिन क्या जरूरत है. हर खिलाड़ी के लिये स्थिति को स्वीकार करना अहम है. जो हम नियंत्रण में रख सकते हैं, उसी पर फोकस रखना होगा. बतौर क्रिकेटर मेहनत करते रहना होगा.’’

पंत लगातार बल्ले से और विकेट के पीछे बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे. हालांकि उनके नाम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में एक-एक टेस्ट शतक है और वो ऐसा करने वाले इकलौते भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैं.

रहाणे ने साथ ही कहा कि मेजबान टीम हमेशा ही अपनी परिस्थितियों में फेवरिट होती है, लेकिन भारतीय टीम हर परिस्थिति में खेलने में सक्षम बन चुकी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT