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भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का अगला अध्यक्ष बनना तय है. सोमवार 14 अक्टूबर को बोर्ड के चुनावों के लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख थी और गांगुली ने अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन भर दिया. उनके खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए कोई और नामांकन नहीं है और इसलिए तकनीकी लिहाज से गांगुली का बोर्ड का अध्यक्ष बनना तय है.
गांगुली ने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ मुंबई में बीसीसीआई मुख्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया. गांगुली ने नामांकन दाखिल करने की समयसीमा दोपहर 3 बजे से ठीक पहले अपना पर्चा दाखिल किया.
वहीं, राजीव शुक्ला ने कहा,
शुक्ला ने आगे बाकी सदस्यों के बारे में भी जानकारी दी. शुक्ला के मुताबिक, “सचिव के लिए बीसीसीआई में नौ साल का अनुभव रखने वाले जयश शाह, उपाध्यक्ष पद के लिए उत्तराखंड के महेश वर्मा का नाम है. संयुक्त सचिव के लिए केरल से जयेश जॉर्ज का नाम है. कोषाध्यक्ष के लिए अरुण धूमल का नाम है.”
वहीं एक वक्त रेस में सबसे आगे चल रहे पूर्व क्रिकेटर बृजेश पटेल इंडियन प्रीमियर लीग का हिस्सा बनेंगे. राजीव शुक्ला ने बताया, “बृजेश पटेल को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में चुना गया है.”
नामांकन भरने के बाद गांगुली ने कहा कि पिछले तीन साल के बीसीसीआई में जो खराब हालात थे उन्हें सुधराना और प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों की स्थिति को बेहतर करना उनकी प्राथमिकता होगी.
गांगुली ने कहा कि उन्होंने कभी भी बोर्ड के अध्यक्ष बनने का लालसा प्रकट नहीं थी और सदस्यों द्वारा चुने जाने पर वह इस पद को अपनाने को राजी हुए हैं.
गांगुली ने खिलाड़ियों के प्रशासन में आने की बात पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, "यह अच्छी बात है कि खिलाड़ी अब प्रशासन का हिस्सा हैं. पहले भी हुआ करते थे लेकिन अब संख्या ज्यादा हो गई है. तो यह अच्छी बात है."
हालांकि गांगुली उन दावों को खारिज किया कि उनकी किसी बीजेपी नेता से कोई बात हुई.
वहीं कप्तान और बोर्ड अध्यक्ष दो अलग-अलग जिम्मेदारियों के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने कहा, "कप्तानी एक अलग चुनौती थी और यह एक अलग चुनौती है. दोनों अलग-अलग तरह की चीजें हैं. आगे राजनीति में जाने का कोई मन नहीं है."
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