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साउथ अफ्रीका में मिनी IPL जनवरी से शुरू रहा है. साउथ अफ्रीका की नई T20 लीग (South Africa T20 League) से जुड़ी तैयारियां जोरों पर हैं. इस लीग में भारतीय IPL टीमों से जुड़ी सभी 6 टीमों में खिलाड़ियों के चयन के लिए सोमवार, 20 सितंबर को ऑक्शन हुआ.
ऑक्शन में कुल 533 खिलाड़ी हैं, जिसमें 248 साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी हैं. हालांकि भारत का इसमें एक भी खिलाड़ी नहीं है. इस लीग में एक टीम अधिकतम 17 खिलाड़ी चुन सकती है, जिसमें 7 अंतरराष्ट्रीय और 10 घरेलू (साउथ अफ्रीका के) खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं.
नीलामी की बात करें तो ट्रिस्टन स्टब्स को MI केप टाउन के साथ एक बिडिंग वॉर के बाद सनराइजर्स ने 9.2 मिलियन (4.3 करोड़ रुपये) की भारी रकम में खरीद लिया जो इस लीग में सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी भी बन गए.
साउथ अफ्रीका की नई T20 लीग में टीमों के मालिक भले ही भारतीय हों और उनके नाम भी भारत की IPL टीमों के आधार पर रखे गए हों, लेकिन इसके बावजूद इस लीग में कोई भारतीय खिलाड़ी नहीं है. यहां तक कि किसी भारतीय खिलाड़ी ने नीलामी में हिस्सा भी नहीं लिया. इसके पीछे का कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की सख्त नीति है, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों को IPL की विशेषता बचाए रखने के लिए विदेशी T20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं दी जाती.
सवाल आता है कि अगर कोई भारतीय खिलाड़ी विदेशी फ्रेंचाइजी लीग में हिस्सा नहीं ले सकता तो फिर उनमुक्त चंद ऑक्शन में कैसे पहुंच गए. यहां हम आपको बता दें कि उनमुक्त चंद ऑक्शन में तो पहुंचे, लेकिन उन्हें किसी किसी टीम ने नहीं खरीदा. जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं यदि कोई भारतीय खिलाड़ी विदेशी लीग खेलना चाहता है, तो उसे किसी भी फॉर्मेट में राष्ट्रीय टीम के लिए नहीं चुना जाएगा और वह IPL का हिस्सा भी नहीं हो सकता है.
उन्होंने नीलामी में खुद को भारत नहीं बल्कि यूएसए के खिलाड़ी के रूप में रजिस्टर किया है. पिछले साल वह बिग बैश लीग (BBL) में खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे.
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