CWC 2019: क्यों बेकार हो गई विराट कोहली की एक साल की मेहनत?

शार्दुल ठाकुर, सिद्धार्थ कौल, मोहम्मद सिराज और खलील अहमद को विराट कोहली ने मौके दिए लेकिन उनका ये दांव चला नहीं.

शिवेंद्र कुमार सिंह
क्रिकेट
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विराट कोहली ने तेज गेंदबाज की खोज में कई खिलाड़ियों को आजमाया.
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विराट कोहली ने तेज गेंदबाज की खोज में कई खिलाड़ियों को आजमाया.
(फोटो: AP)

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विराट कोहली ने पिछले एक साल में कई प्रयोग किए. उन प्रयोगों के कई मकसद थे. निसंदेह उनके कई प्रयोग सफल हुए, लेकिन कुछ नाकाम भी रहे. जिसमें से एक है, एक ‘एक्सट्रा’ तेज गेंदबाज की खोज. विराट कोहली ने इस खोज में कई खिलाड़ियों को आजमाया. इन गेंदबाजों के चयन पर बीच-बीच में सवाल भी उठे लेकिन विराट ने उन सवालों की परवाह किए बिना गेंदबाजों को मौका दिया.

ये गेंदबाज हैं शार्दुल ठाकुर, सिद्धार्थ कौल, मोहम्मद सिराज और खलील अहमद. इन चारों गेंदबाजों को विराट कोहली ने मौके दिए लेकिन उनका ये दांव चला नहीं.

ये कहना भी गलत नहीं होगा कि कुछ अंतर्राष्ट्रीय मैचों में इन गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन की वजह से भारत को हार भी झेलनी पड़ी. बतौर कप्तान विराट कोहली की सोच गलत नहीं थी लेकिन इन गेंदबाजों ने खुद को साबित करने में चूक की.

आईपीएल के मौजूदा सीजन में भी इन गेंदबाजों का प्रदर्शन औसत ही है. इन गेंदबाजों की नाकामी पर ‘स्टैंप’ तब लगी जब चयनकर्ताओं ने 2019 वर्ल्ड कप की टीम में इनमें से किसी को ना रखकर नवदीप सैनी को स्टैंड बाय में रखा. नवदीप सैनी का नाम पहले से ‘सीन’ में नहीं था. विराट और चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर खरे ना उतरने वाले उन गेंदबाजों के अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं और फिर उनके आईपीएल प्रदर्शन की भी बात करेंगे.

(ग्राफिक्स: Aroop Mishra)

यहां तक तो बात फिर भी ठीक थी. लेकिन जब इन गेंदबाजों ने आईपीएल में मैदान संभाला तो बात और बिगड़ गई. आईपीएल में इन गेंदबाजों ने चयनकर्ताओं को और विराट कोहली को प्रभावित किया होता तो निश्चित नवदीप सैनी का जिक्र नहीं आता. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आपको आईपीएल में इन गेंदबाजों के प्रदर्शन का लेखा जोखा बताते हैं.

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(ग्राफिक्स: Aroop Mishra)

खलील अहमद को लेकर विराट कोहली ने काफी मेहनत की थी. उन्हें काफी मौके सिर्फ इसलिए दिए क्योंकि वो बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं. विराट के पास मौजूदा गेंदबाजों की टोली में जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, उमेश यादव सब के सब दाएं हाथ के गेंदबाज हैं.

बतौर ऑलराउंडर टीम में जगह बनाने वाले हार्दिक पांड्या और विजय शंकर भी दाएं हाथ से ही गेंदबाजी करते हैं. ऐसे में विराट कोहली खलील अहमद को बाएं हाथ के गेंदबाज के तौर पर वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिहाज से मौके दे रहे थे. हालांकि खलील का प्रदर्शन उस स्तर का नहीं लगा कि उन्हें इंग्लैंड का टिकट दिया जाए.

खलील के मुकाबले 26 साल के नवदीप सैनी ने अपनी गेंदबाजी से ज्यादा प्रभावित किया. नवदीप सैनी ने आईपीएल के इस सीजन में अब तक 8 मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने पांच विकेट लिए हैं. उनका इकनॉमी रेट 7.90 है. चूंकि वो कप्तान कोहली की टीम में हैं. इसलिए विराट कोहली बेहतर समझते हैं कि उन्होंने जब जब नवदीप सैनी को कोई रोल दिया वो उस रोल को पूरा करने में कितने पास और फेल हुए. यही वजह है कि वर्ल्ड कप के स्टैंड बाय खिलाड़ियों में नवदीप सैनी का नाम आया है.

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