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क्या टीम इंडिया के ड्रेंसिंग रूम में खिलाड़ियों को डांट पड़ती है?

विराट कोहली ने कहा कि कंसिसटेंसी बहुत बोरिंग है

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क्रिकेट
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विराट कोहली की कप्तानी भारत वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचा
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विराट कोहली की कप्तानी भारत वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचा
(फोटोः AP)

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भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने जोर देकर कहा है कि टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में माहौल बहुत अच्छा रहता है और सभी को अपना विचार सामने रखने की आजादी होती है. कोहली ने कहा कि उनकी नए और युवा खिलाड़ियों के साथ भी उसी तरह दोस्ती है जैसे धोनी जैसे सीनियर सदस्य के साथ.

वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के बारे में बोलते हुए कोहली ने कहा कि जब बिना ज्यादा गलतियां किए हुए भी हार मिलती है तो इसे स्वीकार करना आसान नहीं होता.

जो गलती मैनें की, तुम मत करना

अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' को दिए इंटरव्यू में में कोहली ने कहा कि वो साथी खिलाड़ियों को समझाते हैं कि उनके जैसी गलतियां वो न करें.

“डांटने वाला माहौल अब चेंज रूम में है ही नहीं. मेरी कुलदीप से भी उतनी ही दोस्ती है, जितनी धोनी से है. माहौल ऐसा है कि आप किसी से कुछ भी कह सकते हैं. मैं खुद अब लोगों के पास जाकर कहता हूं- देखो ये गलतियां मैंने की हैं. तुम मत करना.”
विराट कोहली

एक तरफ भारतीय टीम में टकराव की खबरें चल रही हैं और आरोप लगाया जा रहा है कि कोहली और कोच शास्त्री किसी की नहीं सुनते. हालांकि इससे सबसे अलग कोहली का कहना है कि वह खिलाड़ियों को अपने विचार रखने का मौका देने पर भरोसा करते हैं.

“मैं लोगों को सशक्त बनाने में विश्वास करता हूं. मैं उन्हें अपने विचार रखने देता हूं और जब वे किसी प्रकार की परेशानी महसूस करते हैं तो मैं उनसे बात करता हूं.”
विराट कोहली
विराट कोहली और ऋषभ पंत(फोटोः AP)

कोहली ने कहा कि वो युवा खिलाड़ियों को अपनी गलतियों को ठीक करने को लेकर समझाते हैं ताकि उनके साल बर्बाद न हों.

“मैं उनसे कहता हूं कि आप इस ओर बढ़ रहे हो जबकि आपको इस ओर जाना चाहिए. इस तरह की चीजें आपको करनी चाहिए. बाद में आपको पछतावा होगा कि आपने पहले अपनी गलतियां ठीक क्यों नहीं कर ली. मैं नहीं चाहता कि आप अपने करियर के दो-तीन साल बर्बाद करें. आपने जो खेला है, आपको उससे ज्यादा खेलना है.”
विराट कोहली
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कंसिसटेंसी बोरिंग है

विराट कोहली को उनके टैलेंट के साथ ही उनकी कड़ी मेहनत और उनकी निंरतरता (कंसिसटेंसी) के लिए जाना जाता है और उन्होंने लगातार बड़े स्तर पर ये दिखाया.

कोहली ने 250 से भी कम वनडे मैचों में 41 शतक जड़ दिए हैं, जबकि टेस्ट में भी वो 25 शतक लगा चुके हैं. कोहली इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में औसत 50 से भी ज्यादा है. इसका श्रेय कोहली की निरंतरता को ही जाता है.
विराट कोहली ने ये रिकॉर्ड टीम की कप्तानी करते हुए सबसे ज्यादा वनडे मैच जीताकर बनाया है(फोटो: BCCI)

लेकिन अपनी इसी निरंतरता को कोहली सबसे ज्यादा बोरिंग मानते हैं.

“कंसिसटेंसी और सफलता और कुछ नहीं बल्कि एक ही चीज को लगातार और हर दिन दोहराते रहना है. दरअसल ये काफी बोरिंग है. कंसिसटेंसी बोरिंग है. ये काफी मुश्किल है. ये ऐसा है कि आप एक जोन में रहो और जिस चीज का आप अभ्यास करते हो उसको ही लगातार दोहराते रहो.”
विराट कोहली

इस तरह से मिली हार पचाना मुश्किल

ICC वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना कर बाहर होना पड़ा. सेमीफाइनल से पहले भारतीय टीम ने लगभग पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था.

इस हार पर कोहली ने कहा कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी अगर आपको बाहर होना पड़े तो इसे पचाना काफी मुश्किल होता है.

“इसे पचाना बहुत मुश्किलहै क्योंकि आप जानते हैं कि आपने बहुत सारी गलतियां नहीं की हैं, फिर भी आप टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. जब आप गलतियां करते हैं, तो आप उसे मान सकते हैं, लेकिन जब आप करारी शिकस्त झेलते हैं, तब हार स्वीकार करना मुश्किल हो जाता है. आप जागते हैं और सोचते हैं कि आपने बहुत गलतियां नहीं की, लेकिन आप फिर भी बाहर हैं.”
विराट कोहली
न्यूजीलैंड के खिलाफ हारकर भारत लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में बाहर हुआ(फोटोः AP)

1 अगस्त से शुरू हो रही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पर बोलते हुए कोहली ने कहा,

“यह बहुत ही रोमांचक है. मुझे लगता है कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिए बहुत सही समय पर हो रहा है. हालांकि आप द्विपक्षीय सीरीज खेलने जा रहे हैं, लेकिन इसका मतलबऔर अहमियत काफी ज्यादा है. आपको हर सीरीज के लिए योजना बनानी होगी. मैं इस तरह की चीज के बारे में उत्साहित था और अब ऐसा सही में हो रहा है.”

टेस्ट चैंपियनशिप के तहत भारतीय टीम अपनी पहली टेस्ट सीरीज 22 अगस्त से वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलेगी. वेस्टइंडीज में होने वाली इस सीरीज में 2 टेस्ट मैच खेले जाएंगे. पहला टेस्ट 22 अगस्ते से एंटीगुआ में होगा, जबकि दूसरा टेस्ट 30 अगस्त से जमैका में खेला जाएगा.

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