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भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और विराट कोहली (Virat Kohli) के बीच कप्तानी को लेकर जारी विवाद के बीच अब दिग्गज क्रिकेटरों ने अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी है.
भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव से लेकर सुनील गावस्कर तक ने प्रेस कांफ्रेंस में विराट कोहली के खुलासों के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगूली पर जमकर सवाल उठाए हैं और इस पूरे मुद्दे पर अपनी राय रखी है.
आइए देखते हैं कि दिग्गज क्रिकेटरों ने इस मसले पर क्या कहा है....
भारत के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने इस पूरे मसले पर इंडिया टूडे से बातचीत में कहा कि सौरव गांगूली को सामने आकर कन्फ्यूजन दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि
भारत के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान कपिल देव ने कप्तानी के विवाद पर अपनी राय रखते हुए कहा कि विराट कोहली के बयानों ने कप्तानी के मुद्दे पर बीसीसीआई के साथ उनके मतभेदों को उजागर किया है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा "मैं कहूंगा कि बोर्ड अध्यक्ष बोर्ड अध्यक्ष हैं लेकिन हां, भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान भी एक बड़ा होता है. लेकिन सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के बारे में बुरी तरह से बात करना, मुझे नहीं लगता कि यह अच्छी बात है, चाहे वह सौरव हो या कोहली."
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट ने कहा विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सौरव गांगुली के पास जवाब देने के लिए बहुत कुछ है.
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए, बट ने बताया कि कैसे गांगुली और कोहली के "विपरीत बयान" भारतीय क्रिकेट के आगे बढ़ने के लिए अच्छे नहीं हैं.
1983 विश्व कप विजेता कीर्ति आजाद ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कि मेरा मानना है कि सफेद गेंद से जाने वाले कप्तान को अधिक सम्मान देकर कोहली की कप्तानी में बदलाव को सही तरीके से संभाला जाना चाहिए था.
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में पोस्ट साझा किया. बुधवार को ट्विटर पर चोपड़ा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कुछ हुआ है, उसके बाद केवल दो परिणाम संभव हैं. चोपड़ा ने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि 'क्रिकेट विजेता नहीं होगा'.
भारतीय खिलाड़ी अमित मिश्रा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी. उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कहा कि
"यह पहली बार नहीं हुआ है. यह पहले भी हुआ है और मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी जिसने देश के लिए इतना प्रदर्शन किया है और इतनी मेहनत की है उसे यह जानने का अधिकार होना चाहिए कि उसे टीम से या किसी टीम से क्यों हटाया गया है. एक खिलाड़ी को पता होना चाहिए कि उसे कहां कमी है और उस पहलू पर सुधार करना चाहिए."
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