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आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल शतक से चूक गए. एक ऐसा रिकॉर्ड जो आसानी से नहीं बनता. इसके बावजूद यशस्वी ने टूर्नामेंट में अपनी बेहतरीन फॉर्म को फाइनल में भी जारी रखा और टीम के लिए सबसे ज्यादा 88 रन बनाए. अपनी इस पारी की मदद से यशस्वी ने टूर्नामेंट में 400 रन पूरे किए.
यशस्वी ने न सिर्फ 400 रन बनाए, बल्कि टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन के साथ अपना सफर खत्म किया. श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच से लेकर आखिरी मैच तक यशस्वी ने हर मैच में शानदार प्रदर्शन किया.
सिर्फ एक मैच जिसमें वो ज्यादा रन नहीं बना पाए वो था जापान के खिलाफ. उस मैच में जापान की टीम पहले खेलते हुए सिर्फ 41 रन पर ढेर हो गई थी और यशस्वी-दिव्यांश सक्सेना ने सिर्फ 4.5 ओवर में भारत को मैच जिता दिया था.
बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल में भारत की शुरुआत खराब रही. भारतीय टीम ने 10 ओवर में सिर्फ 23 रन बनाए थे और एक विकेट गंवा दिया था. इसके बावजूद यशस्वी डटे रहे और टूर्नामेंट में अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया.
भारतीय टीम इस पूरे टूर्नामेंट में यशस्वी पर ही निर्भर रही और वो फाइनल में दिखा. यशस्वी का विकेट गिरते ही बाकी टीम भी फेल हो गई.
यशस्वी अंडर-19 क्रिकेट में एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं. यशस्वी से पहले शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा और तन्मय श्रीवास्तव के नाम ये उपलब्धि थी.
भारत के लिए एक टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड शिखर धवन के नाम है. धवन ने 2004 में 505 रन बनाए थे. यशस्वी 400 रन के साथ दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं.
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