advertisement
टीम इंडिया के सबसे धमाकेदार बल्लेबाजों में से एक युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया. सोमवार को युवराज ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने 19 साल के करियर के अंत का ऐलान किया. 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप में भारत की जीत के हीरो रहे युवराज सिंह 2017 में आखिरी बार टीम इंडिया की नीली जर्सी में क्रिकेट मैदान पर दिखे थे.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा युवराज इंडियन प्रीमियर लीग में भी खेलते हुए नहीं दिखेंगे. हालांकि युवराज ने दूसरे देशों की आईसीसी अप्रूव्ड टी-20 लीग में खेलने की इच्छा जताई है.
19 साल के अपने करियर में युवराज ने 400 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और लगभग 12 हजार रन बनाए. युवराज ने इनमें 17 शतक भी जड़े.
वहीं कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भी युवराज ने टीम इंडिया को जीत दिलाई. वर्ल्ड कप 2011 में 15 विकेट लेने के साथ ही युवी ने अपने करियर में 148 विकेट भी लिए.
साथियों का सलाम
युवराज के क्रिकेट हीरो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर समेत टीम इंडिया में लंबे समय तक युवराज के साथी रहे और उनके खास दोस्तों ने रिटायरमेंट पर युवराज को शुभकामनाएं दीं और युवराज के जुझारूपन को याद किया.
इस दौैर में भारत के सबसे बड़े मैच विनर रहे युवराज को 2011 वर्ल्ड कप के बाद फेफड़ों के कैंसर का इलाज कराना पड़ा. युवराज ने वर्ल्ड कप के दौरान इस बीमारी के साथ पूरा टूर्नामेंट खेला. कैंसर से जीतने के बाद युवराज ने फिर से टीम में वापसी की और करीब 5 साल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)