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इंग्लैंड में 30 मई से शुरु होने वाले वर्ल्ड कप में 100 से भी कम दिन रह गए हैं. दुनिया की टॉप 10 टीमें वर्ल्ड कप में खेलने के लिए मई महीने में इंग्लैंड पहुंचेंगी. हम आपको बता रहे हैं कि वर्ल्ड कप में खेलने वाली ये टीमें कैसा प्रदर्शन दिखा सकती हैं और कौन-कौन जीत की रेस में शामिल है.
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया वर्ल्ड कप की सबसे बड़ी दावेदार है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गईं वनडे सीरीज में टीम इंडिया का परफॉर्मेंस बेहतरीन रहा है.
मौजूदा समय में भारत की टीम दमदार है चाहे बात टॉप ऑर्डर की हो या गेंदबाज की सभी बेहतर खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं. टीम इंडिया इंग्लैंड में वर्ल्ड कप जीत को दोहराना चाहेगी. भारत ने अपना पहला वर्ल्ड कप भी इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में ही जीता था.
क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा सफल टीम यही है, 5 बार वर्ल्ड कप जीतने वाली ये टीम वर्ल्ड कप में हमेशा ही फेवरेट मानी जाती है. 1999, 2003 और 2007 में लगातार चैंपियन रही ये टीम साल 2011 में क्वार्टर फाइनल में ही वर्ल्ड कप की दौड़ से बाहर हो गई थी लेकिन 2015 में फिर ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमा लिया. इससे पहले साल 1987 में भी ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप जीत चुका है.
लेकिन पिछले कुछ समय की बात की जाए तो ऑस्ट्रेलियाई टीम में वो बात नजर नहीं आ रही. टीम बिखर गई है. बीते कुछ वनडे सीरीज की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया की हालत खस्ता नजर आई है. वो हर जगह हारी ही है.
क्या सच में टीम को स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की कमी खल रही है? लग तो ऐसा ही रहा है, बॉल टेंपरिंग कांड के बाद से टीम का मनोबल टूट गया है. अगर वर्ल्ड कप के लिए वॉर्नर और स्मिथ की वापसी होती है तो फिर ये टीम फिर से खड़ी हो सकती है.
क्रिकेट को जन्म देने वाला इंग्लैंड खुद आज तक एक भी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाया है. फाइनल में तीन बार पहुंचकर इंग्लैंड का विश्वविजेता बनने का सपना टूट गया है. 2015 के वर्ल्ड कप में तो बांग्लादेश ने हराया था वो भी ग्रुप मैचों में, जिसके बाद इंग्लैंड दौड़ से बाहर हो गया था.
लेकिन इस बार इंग्लैंड वर्ल्ड कप का प्रबल दावेदार है. बीते कुछ वक्त की बात करें तो ये देखा जा सकता है कि इंग्लैंड की टीम ने वनडे में अच्छा खेल दिखाया है. साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ी जीत इस बात का सबूत है कि टीम अच्छा खेल दिखाएगी.
2018 में इंग्लैंड ने 3 बड़ी टीमों भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका को हराया है. श्रीलंका को 3-1 से भारत को 2-1 से वहीं जनवरी और जून महीने में ऑस्ट्रेलिया के साथ 2 सीरीज खेलीं और दोनों में जीत हासिल की.
वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के पास काफी एडवांटेज होगा, सबसे बड़ा तो यही है कि वो अपने घर में खेल रही होगी. दूसरा टीम की मौजूदा दमदार स्थिति. टीम में इस वक्त ऐसे प्लेयर हैं जो अकेले दम पर मैच का रुख बदलने का माद्दा रखते हैं.
पाकिस्तान की टीम इस वक्त मजबूत स्थिति में है. सरफराज अहमद की कप्तानी में टीम ने कई अहम टूर्नामेंट जीते हैं.
पाकिस्तान ने अपने आखिरी 2 वनडे सीरीज साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के साथ खेले जिसमें साउथ अफ्रीका से 3-2 से हार हाथ आई. वहीं न्यूजीलैंड के साथ खेले गई सीरीज में 2-2 से ड्रॉ रही. मार्च में ऑस्ट्रेलिया के साथ पाकिस्तान 5 वनडे मैचों की सीरीज खेलने जा रहा है, वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान कितना तैयार है ये इस सीरीज में पता चल जाएगा.
साउथ अफ्रीका वर्ल्ड कप में 4 बार सेमीफाइनल से बाहर हुआ है. धाकड़ बल्लेबाज और साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स और तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल के रिटायर होने से टीम थोड़ी बैकफुट पर तो गई है लेकिन पिछले कुछ सीरीजों में टीम संभलती दिखी है.
बीती कुछ सीरीज साउथ अफ्रीका के लिए मिली जुली रहीं. टीम में अगर खिलाड़ियों की बात की जाए तो बैटिंग में डेविड मिलर और बॉलिंग में लुंगी एंगिडी जैसे खिलाड़ी कुछ बड़ा कर सकते हैं.
6 बार सेमीफाइनल और एक बार फाइनल तक पहुंचने वाली न्यूजीलैंड इस बार तो कम से कम अपने अरमानों को पूरा करने के लिए मैदान में उतरेगी. इसमें कोई दो राय नहीं कि न्यूजीलैंड वर्ल्ड के इतिहास में सबसे सफल टीमों में से एक और सबसे कड़ी प्रतिद्वंद्वी रही है.
न्यूजीलैंड की टीम मजबूत चुनौती पेश करेगी. केन विलियमसन, रॉस टेलर और लॉकी फरग्यूसन पर टीम का बड़ा दांव होगा. टीम संतुलित है सेमीफाइनल तक का सफर आसानी से तय कर सकती है.
श्रीलंका के लिए भी साल 2018 और पिछली कुछ सीरीज अच्छी नहीं रही. करप्शन के आरोपों और अन्य कई समस्याओं से टीम जूझ रही है. वनडे टीम का संतुलन नहीं बन पा रहा है.
2015 के वर्ल्ड कप में हार के बाद से टीम की हालत खस्ता हो गई है. 2015 में टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी और उससे पहले टीम साल 2007 और 2011 के वर्ल्ड तप में फाइनल तक पहुंची थी. लेकिन 2019 के वर्ल्ड कप में भी श्रीलंका की टीम कुछ बड़ा कर पाने की स्थिति में नहीं है.
वेस्टइंडीज हर वर्ल्ड कप का हिस्सा रही है बल्कि पहले दो वर्ल्ड कप उसी ने जीते हैं. साल 2018 में वेस्टइंडीज ने 18 वनडे खेले हैं जिसमें से सिर्फ 8 में ही जीत मिल पाई. इसमें भारत के साथ खेली 5 मैचों की सीरीज में 3-1 से और बांग्लादेश के साथ खेली घरेलू सीरीज में 2-1 से हार शामिल है.
धाकड़ बल्लेबाज क्रिस गेल जो की बड़े हिट्स के लिए वर्ल्ड फेमस हैं. 2019 का वर्ल्ड कप उनका आखिरी वर्ल्ड कप है मौजूदा इंग्लैंड के खिलाफ चल रही वन डे सीरीज के पहले 2 मैचों में गेल ने शानदार खेल दिखाया है पहने मैच में 135 रन की पारी खेली जिसमें 12 छक्के मार दुनिया में सबसे ज्यादा छक्के मारने का रिकॉर्ड बनाया है. वहीं दूसरे मैच में अर्द्धशतक लगाया है. तो ऐसा कहना बड़ी बात नहीं होगी कि वेस्ट इंडीज की तरफ से ये वर्ल्ड कप गेल के नाम रहने वाला है.
बांग्लादेश के लिए ये वर्ल्ड कप खास रहने वाला है. पिछले कुछ सालों में बांग्लादेश की स्थिति में बेहद सुधार हुआ है और बड़ी टीमों को उसने हराया है. बांग्लादेश की टीम 2015 के वर्ल्ड कप में क्वार्टरफाइनल तक पहुंची थी, इसबार उसकी कोशिश होगी कि वो सेमीफाइनल तक जरूर पहुंचे.
बांग्लादेश का दांव इस वर्ल्ड कप में अपनी टीम के सीनियर खिलाड़ियों जैसे शाकिब अल हसन, तमीम इकबाल, मुश्फिकुर रहीम और मशरफे मुर्तजा पर रहेगा. ये टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं और साथ ही टीम के तेज गेंदबाज भी गेमचेंजर साबित हो सकते हैं. बांग्लादेश का पेस अटैक काफी असरदार है जो सामने वाली टीम के बल्लेबाजों को परेशान कर सकता है.
अफगानिस्तान को हल्के में नहीं लिया जा सकता. 2015 में पहली बार वर्ल्ड कप खेलने वाला अफगानिस्तान तेजी से उभर कर आया है. एशिया कप 2018 में ये टीम बांग्लादेश और श्रीलंका को हरा चुकी है.
इस टीम का बड़ा दांव होगा लेग स्पिनर राशिद खान पर जो कि अपनी स्पिन का लोहा पूरी दुनिया में मनवा चुके हैं. राशिद खान ने हाल ही में सबसे जल्दी 100 विकेट अपने नाम करने का रिकॉर्ड बनाया है. राशिद ने ये रिकॉर्ड महज 44 मैचों में बनाया है(इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क के नाम था जिन्होंने 52 मैचों में 100 विकेट अपने नाम किए थे).
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