advertisement
आईसीसी वर्ल्ड कप के तीसरे मैच में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को 10 विकेट से हरा दिया. न्यूजीलैंड ने 16.1 ओवर में बिना विकेट खोए ही 137 का टारगेट हासिल कर लिया.
न्यूजीलैंड के लिए मार्टिन गुप्टिल ने नाबाद 73 और कोलिन मुनरो ने नाबाद 58 रन बनाए. गुप्टिल ने 51 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए जबकि मुनरो ने 47 गेंदों पर छह चौके और एक छक्का जड़ा.
इससे पहले, श्रीलंका की टीम 29.2 ओवरों का सामना कर सकी. श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने सबसे ज्यादा नाबाद 52 रन बनाए जबकि कुशल परेरा ने 29 और थिसिरा परेरा ने 27 रनों का योगदान दिया.
1996 की वर्ल्ड कप विजेता की तरफ से सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू सके. उसके लिए कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने सर्वाधिक नाबाद 52 रन बनाए. न्यूजीलैंड के लिए एमजे हेनरी और एलएच फर्ग्यूसन ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट लिए.
मैट हेनरी ने श्रीलंका के टॉप-3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेज उसकी नींव कमजोर की. उनके बाद बाकी गेंदबाजों ने हेनरी के बनाए गए दबाव का फायदा उठा श्रीलंका को बड़े स्कोर के आस-पास भी नहीं जाने दिया.
हेनरी ने चार के कुल स्कोर पर लाहिरू थिरिमाने (4) को पवेलियन भेज श्रीलंका को पहला झटका दिया. कप्तान करुणारत्ने ने यहां से कुशल परेरा (29) के साथ मिलकर टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन यह जोड़ी 46 के कुल स्कोर से आगे नहीं जा पाई.
धनंडय डी सिल्वा (4), एंजेलो मैथ्यूज (0), जीवन मेंडिस (1) 60 के कुल स्कोर तक पवेलियन लौट लिए थे. यहां करुणारत्ने को थिसारा परेरा (27) का साथ मिला. दोनों ने टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचाया. लग रहा था कि यह दोनों टीम को संभाल लेंगे, लेकिन मिशेल सैंटनर ने परेरा की पारी का अंत कर करुणारत्ने को एक बार फिर अकेला छोड़ दिया. 23 गेंदों पर दो चौके मारने पारे परेरा का विकेट 112 के कुल स्कोर पर गिरा.
उनके जाने के बाद कप्तान ने अर्धशतक पूरा किया, लेकिन दूसरी तरफ से इसुरू उदाना (0), सुरंगा लकमल (7) पवेलियन में बैठ चुके थे. लॉकी फग्र्यूसन ने लसिथ मलिंगा को बोल्ड कर श्रीलंका को पवेलियन भेज दिया. करुणारत्ने ने 84 गेंदों का सामना कर चार चौके मारे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)