advertisement
11 जून 2019 को टीम इंडिया के लिए बुरी खबर आई. शिखर धवन बाएं हाथ के अंगूठे में चोट की वजह से टीम से बाहर हो गए. ये चोट उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान पैट कमिंस की गेंद पर लगी थी. इसके बाद भी शिखर धवन ने बल्लेबाजी जारी रखी और शानदार शतक बनाया. शिखर धवन की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने साढ़े तीन सौ से ज्यादा का लक्ष्य कंगारुओं के सामने रखा.
वनडे क्रिकेट में शिखर धवन के साथ रोहित शर्मा की जोड़ी वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे कामयाब जोड़ियों में से एक है. ये दोनों बल्लेबाज लंबे समय से एक साथ पारी की शुरुआत कर रहे हैं. दोनों का तालमेल और समझ ऐसी है कि अगर दोनों में से एक बल्लेबाज आक्रामक होता है तो दूसरा शीट एंकर का रोल अदा करता है. ये आंकड़े देखिए-
जिन 103 पारियों में शिखर धवन और रोहित शर्मा ने साथ बल्लेबाजी की है उसमें उन्होंने 45.89 की औसत से 4681 रन बनाए हैं. इन आंकड़ों के अलावा रोहित शर्मा की बड़ी परेशानी ये भी है कि किसी दूसरे बल्लेबाज के साथ उनका तालमेल शिखर धवन जैसा नहीं. शिखर और रोहित का दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज के तौर पर तालमेल शानदार है. इस बात का फर्क आप रोहित शर्मा के इन आंकड़ों में समझ सकते हैं.
रोहित शर्मा इसलिए भी परेशान होंगे क्योंकि भारतीय टीम का अगला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ है. न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित शर्मा के रिकॉर्ड्स बाकी टीमों के मुकाबले कमजोर हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित शर्मा शतक लगा चुके हैं. लेकिन अब शिखर धवन की गैरमौजूदगी में उन्हें अगले मैचों में उतरना है. न्यूजीलैंड के अलावा बाकी टीमों के खिलाफ रोहित शर्मा के आंकड़ों देखिए-
इस बात का फैसला अब विराट कोहली और रवि शास्त्री को करना है कि वो शिखर धवन का रिप्लेसमेंट क्या करते हैं. धवन के बाहर होने का मतलब सिर्फ एक खिलाड़ी का बाहर होना नहीं है बल्कि एक ऐसे खिलाड़ी का बाहर होना है जो अनुभवी बल्लेबाज के साथ-साथ इनफॉर्म बल्लेबाज था.
2013 चैंपियंस ट्रॉफी याद कीजिए, जब शिखर धवन ने करीब सवा तीन सौ रन स्कोर किये था. उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था. शिखर धवन की गैरमौजूदगी में बड़ी संभावना यही है कि रोहित शर्मा को केएल राहुल के साथ बल्लेबाजी की शुरूआत करनी होगी. बतौर ओपनर यूं तो केएल राहुल के रिकॉर्ड्स अच्छे हैं लेकिन इंग्लैंड में वो थोड़ा कमजोर दिखे हैं.
बतौर ओपनर केएल राहुल का औसत 56 का है लेकिन इंग्लैंड में ये औसत घटकर 23 रनों का हो जाता है. इन सारी बातों का सीधा मतलब ये है कि अब टीम इंडिया को सधी हुई शुरूआत दिलाने का जिम्मा अगले कुछ मैचों में किसी और बल्लेबाज के मुकाबले रोहित शर्मा पर ज्यादा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)