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मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में एकतरफा जीत के बाद टीम इंडिया की नजरें अब सीरीज पर कब्जा करने पर हैं. शनिवार को दोनों टीमें दूसरे वनडे मैच के लिए लॉर्डस के मैदान पर आमने-सामने होंगी. लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया जीत हासिल कर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त लेने की मकसद से उतरेगी.
इससे पहले टीम इंडिया ने पहले मुकाबले में गुरुवार को इंग्लैंड को 8 विकेट से हरा दिया था.
सबसे ज्यादा बाइलटेरल सीरीज जीतने वाली टीमों की लिस्ट में भारत दूसरे नंबर पर है. अब तक टीम इंडिया ने लगातार नौ बाइलेटरल सीरीज में जीत हासिल की है. टीम इंडिया को बाइलेटरल वनडे सीरीज में आखिरी बार हार का सामना जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करना पड़ा था.
भारत और इंग्लैंड का अबतक कुल 97 बार वनडे में आमना सामना हुआ है. जिसमें भारत का पलड़ा भारी है. टीम इंडिया ने इसमें से 53 भारत और इंग्लैंड ने 39 बार जीत हासिल की है. वहीं 2 टाई और 3 का कोई नतीजा नहीं निकला.
पहले वनडे में मिली जोरदार जीत के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंदी पर हैं. खास तौर से फिरकी गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंदबाजी और रोहित शर्मा और विराट कोहली की बल्लेबाजी ने टीम इंडिया को इस सीरीज में फ्रंटफुट पर ला खड़ा किया.
पहले कुलदीप ने छह विकेट लेकर इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाने से महरूम रखा और फिर रोहित की नाबाद 137 और कोहली की 75 रनों की पारी के दम पर भारत ने 269 रनों के लक्ष्य को 40.1 ओवर में हासिल कर लिया.
बल्लेबाजी टीम की ताकत है और उसके लगभग सभी बल्लेबाज फॉर्म में हैं. रोहित और कोहली ने अपनी फॉर्म का परिचय दे दिया है. शिखर धवन ने भी पहले मैच में रोहित के साथ मिलकर टीम को अच्छी शुरुआत दी थी. वहीं लोकेश राहुल, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पांड्या ने बीती टी-20 सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था.
आईसीसी रैंकिंग्स में इंग्लैंड फिलहाल पहले पायदान पर है, और टीम इंडिया दूसरे नंबर पर. लेकिन अगर टीम इंडिया ने इस सीरीज में इंग्लैंड को 3-0 से हरा दिया, तो उसके पास आईसीसी वनडे रैंकिग में नंबर एक पर पहुंचने का मौका भी है.
वहीं अगर इंग्लैंड की बात की जाए तो उसको स्पिन के खिलाफ परेशानी से बाहर निकलना होगा. उसके पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो बड़ी और तूफानी पारियां खेल सकते हैं. जेसन रॉय, जॉनी बेयर्सटो, जोस बटलर, कप्तान इयोन मोर्गन, जोए रूट, बेन स्टोक्स का बल्ला भले ही शांत रहा हो, लेकिन यह सभी बल्लेबाज ऐसे हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत को साबित किया है. बस इन सभी को अपने खेल में सुधार करना होगा.
टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, सुरेश रैना, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल,श्रेयस अय्यर, सिद्धार्थ कौल, अक्षर पटेल, उमेश यादव, शर्दूल ठाकुर और भुवनेश्वर कुमार.
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, जॉनी बेयर्सटो, जोस बटलर (विकेटकीपर), मोइन अली, जोए रूट, जैक बाल, टॉम कुरैन, एलेक्स हेल्स, लियाम प्लंकट, बेन स्टोक्स, आदिल राशिद, डेविड विले, मार्क वुड.
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