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स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को घुटने में गंभीर चोट लगी है और उनके ज्यादातर घरेलू मैच से बाहर होने की संभावना है.
एनडीटीवी स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यादव पहले ही यूएई (UAE) में खेले जा रहे आईपीएल (IPL) को छोड़ भारत वापस आ चुके हैं. कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ रहे यादव की इंडिया इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी का प्रयास करने से पहले एक लंबी रिहैबिलिटेशन (rehabilitation) प्रक्रिया से गुजरने की उम्मीद है.
हाल ही में कुलदीप की मुंबई में सर्जरी हुई है और उन्हें वापसी करने में चार से छह महीने का समय लग सकता है.
आईपीएल टीमों के घटनाक्रम पर नजर रखने वाले बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया,
उन्होंने आगे कहा "ऐसा कोई मौका नहीं था जिसमे वह आगे कोई हिस्सा ले सकते थे इसलिए उन्हें भारत वापस भेज दिया गया. "
"घुटने की चोटें आम तौर पर खराब होती हैं. यह चलना शुरू करने और फिर एनसीए (NCA) में गहन फिजियोथेरेपी (physiotherapy) के माध्यम से ताकत हासिल करने की एक बहुत लंबी प्रक्रिया है. इसके बाद हल्की गहनता से ट्रेनिंग और अंत में नेट सत्र शुरू होता है.
कुलदीप ने ट्विटर पर केकेआर (KKR) के मुख्य कोच ब्रैंडन मैकुलम (Brendon McCullum) के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट की है जिनका सोमवार को जन्मदिन था.
सूत्र ने कहा, "यह स्पष्ट रूप से एक पुरानी तस्वीर है. कुलदीप भारत वापस आ गए हैं. अगर मैं गलत नहीं हूं, तो उनकी सर्जरी हो चुकी है."
यह नोट किया जाना चाहिए कि सिडनी में पांच विकेट लेने के बाद जब मुख्य कोच रवि शास्त्री ने उन्हें विदेशी परिस्थितियों में भारत का नंबर एक स्पिनर करार दिया था उसके बाद पिछले दो वर्षों में कुलदीप का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है.
2019 के आईपीएल के बाद से चीजें काफी बदल गईं जब कुलदीप की फॉर्म में गिरावट आई और तब से उनका करियर नीचे की ओर चला गया.
भारतीय टीम प्रबंधन ने रैंक टर्नर्स (Rank turners) पर भी उनकी क्षमताओं पर विश्वास खो दिया जब लेफ्ट आर्म के गेंदबाज शाहबाज नदीम को स्टैंडबाय से चुना गया था लेकिन कुलदीप को मुख्य टीम में होने के बाद भी मौका नही मिला.
कानपुर के 26 वर्षीय कुलदीप ने कुल 174 विकेट के लिए 7 टेस्ट, 65 एक दिवसीय और 23 टी 20 इंटरनेशन मैच खेले हैं. आखिरी बार भारत के लिए वो श्रीलंका में खेले थे. लेकिन एक ओडीआई (ODI) खेल में 2/48 के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े और टी 20 अंतरराष्ट्रीय में 2/30 के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े के साथ यह एक सामान्य प्रदर्शन था.
उन्होंने उस दौरे के दौरान दो और मैच खेले - एक ODI और एक T20I - जिसमें उन्होंने कोई विकेट नही लिए.
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