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आईपीएल के पहले मैच में जीत-हार के शोर में एक अहम बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. चेन्नई के खिलाफ मैच में विराट कोहली बैंगलोर के लिए पारी की शुरूआत करने उतरे. बहस इस पर नहीं होनी चाहिए कि वो सिर्फ 6 रन बनाकर चौथे ओवर में आउट हो गए. बहस इस पर होनी चाहिए कि क्या विराट कोहली को RCB के लिए वो जिम्मेदारी उठानी चाहिए जो वो टीम इंडिया के लिए नहीं उठाते. वो जिम्मेदारी है पारी की शुरुआत करने की.
विराट कोहली मौजूदा समय में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाले दुनिया के सबसे बड़े बल्लेबाज हैं. उनके लिए और टीम इंडिया के लिए बेहतर होगा कि वो आईपीएल में भी इसी जिम्मेदारी को संभाले. क्योंकि इस नई जिम्मेदारी को संभालने के खतरे कई हैं.
इन खतरों पर बात करने से पहले आपको बताते हैं कि विराट कोहली बैंगलोर के लिए पहले भी ये जिम्मेदारी उठा चुके हैं. 2016 में तो उन्होंने बतौर ओपनर कमाल ही कर दिया था. 2016 में विराट कोहली लीग के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी थे.
इन आंकड़ों को याद करके कोई भी बल्लेबाज पारी की शुरूआत करने का लालच कर सकता है. लेकिन इस लालच में खतरे कई हैं. इन खतरों को भांपना जरूरी है. विराट कोहली के दिमाग में ये बात जरूर होगी कि विश्व कप चार साल में एक आता है जबकि आईपीएल हर साल. ओपनिंग करना एक ‘स्पेशलिस्ट’ का काम है. जो काम विराट कोहली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं करते.
आप दुनिया के किसी भी बल्लेबाज से बात कीजिए. वो इस बात पर सौ फीसदी से ज्यादा सहमत हो जाएगा कि फॉर्मेट या टूर्नामेंट कोई भी हो अगर लगातार कुछ पारियों में रन ना बने तो बड़े से बड़ा बल्लेबाज दबाव में आ जाता है. यानि सारा खेल उस आत्मविश्वास का है जो खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से हासिल करता है या खोता है. विराट कोहली पर यही खतरा मंडरा सकता है.
ऐसा भी नहीं कि बैंगलोर की टीम में ओपनर की कमी है. विराट कोहली के पास विकल्प हैं. इसी बात का एक और पहलू भी है. मान लेते हैं कि विराट कोहली सीजन में बतौर ओपनर खूब रन बना लेते हैं. फिर भी 2019 विश्व कप में वो टीम के लिए ओपनिंग नहीं करेंगे. क्योंकि बतौर ओपनर शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी सेट है.
इसके अलावा टीम में रिसर्व ओपनर के तौर पर केएल राहुल हैं ही. ऐसे में बेहतर है कि विराट कोहली आईपीएल में भी नंबर तीन पर बल्लेबाजी की वही जिम्मेदारी निभाएं जो उन्हें विश्व कप में निभानी है.
रोहित शर्मा कुछ ऐसी बात कह भी चुके हैं. आईपीएल के इस सीजन के शुरू होने से पहले ही रोहित शर्मा ने कह दिया था कि वो सीजन के सभी मैचों में पारी की शुरूआत ही करेंगे. इसका मतलब है कि वो अपनी ‘फ्रेंचाइजी’ के लिए वही काम करना चाहते हैं जो उन्हें विश्व कप में टीम के लिए करना है.
अपने बैटिंग ऑर्डर के अलावा टीम के बाकि बल्लेबाजों के बैटिंग ऑर्डर को भी लेकर विराट कोहली को सोचना होगा. उनकी टीम में ‘हैवी’ टॉप ऑर्डर जरूर है लेकिन लोवर ऑर्डर बिल्कुल ही कमजोर है.
चहल, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों से आप रन बनाने की बिल्कुल उम्मीद नहीं कर सकते. मोइन अली ऑलराउंडर जरूर हैं लेकिन उन्हें नंबर तीन पर उतारने की बजाए उनसे पारी की शुरूआत कराई जा सकती है. हेटमायर वेस्टइंडीज की टीम के लिए कमाल की बल्लेबाजी करते हैं. विराट कोहली को उनका इस्तेमाल और सही तरीके से करना होगा.
याद रखिएगा अगर बैंगलोर का टॉप ऑर्डर चल गया तो आप ढाई सौ रनों के आस पास का स्कोर भी देखेंगे लेकिन इससे उलट अगर नहीं चला तो 70 रन जैसे स्कोर फिर दिखाई देंगे.
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