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आर्थिक मंदी के इस दौर में सबसे ज्यादा मार ऑटो इंडस्ट्री पर पड़ी है. ऑटो इंडस्ट्री में कई सालों बाद ऐसी मंदी आई है. सेल कम होने के चलते कई कंपनियों के प्रोडक्शन भी कम हो चुके हैं. वाहनों की बिक्री में लगातार 11वें महीने गिरावट दर्ज की गई है. अब इसका सीधा असर अगले साल होने वाले ऑटो एक्सपो पड़ता दिख रहा है. नुकसान झेल रही कई बड़ी कंपनियों ने इससे किनारा कर लिया.
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार कुछ नई कंपनियां ऑटो एक्सपो 2020 का हिस्सा बनने वाली हैं. जिनमें किया और एमजी मोटर जैसे नाम शामिल हैं. वहीं इस इवेंट में फोक्सवेगन, स्कॉडा, और चीन की पिकअप ट्रक और एसयूवी बनाने वाली कंपनी ग्रेट वॉल मोटर्स भी हिस्सा लेने वाली हैं. भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी और ह्यूंडई मोटर्स भी ऑटो इंडस्ट्री के इस मेगा इवेंट में शिरकत करेंगी.
मौजूदा दौर में ऑटो इंडस्ट्री मंदी की मार झेल रही है, वहीं भारत स्टैंडर्ड-6 (बीएस-6) की शर्तों को पूरा करने को लेकर भी ऑटो इंडस्ट्री पर काफी दबाव है. यही कारण हैं कि ऑटो कंपनियां इस वक्त अपने शोकेस के बारे में नहीं सोच रही हैं. जहां पहले ऑटो एक्सपो के लिए कंपनियों में होड़ लगी रहती थी और पूरा स्पेस पहले ही बुक हो जाता था, वहीं इस बार तस्वीर बदल चुकी है.
इस बार टू-व्हीलर कंपनियों ने भी ऑटो एक्सपो से दूरी बनाने का फैसला किया है. पांच बड़ी टू-व्हीलर कंपनियां अगले साल होने वाले ऑटो एक्सपो में नहीं दिखेंगी. जिनमें हीरो, बजाज ऑटो, टीवीएस मोटर, रॉयल इनफील्ड, यामाहा जैसे बड़े नाम शामिल हैं. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक होंडा मोटरसाइकिल भी इस लिस्ट में शामिल हो सकती है.
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