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अमेरिका की बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने कस्टमर को चेतावनी दी है कि चीन के सरकारी साइबर जासूसी समूह ने कथित तौर पर माइक्रोसॉफ्ट के एक्सचेंज सर्वर पर हमला किया है. ये सर्वर ईमेल कम्युनिकेशन के लिए महत्वपूर्ण है.
2 मार्च को माइक्रोसॉफ्ट ने पब्लिक को बार-बार हुए इन हमलों को लेकर चेताया और इसके लिए चीन के समूह ‘Hafnium’ को दोषी ठहराया.
इन हमलों ने माइक्रोसॉफ्ट एक्सचेंज सर्वर 2013, 2016 और 2019 में कथित रूप से चार बड़ी खामियों का फायदा उठाया है.
हमलों से संबंधित हर बात जानिए.
माइक्रोसॉफ्ट ने आरोप लगाया है कि चीनी सरकार समर्थित कंपनी Hafnium ने कुछ सुरक्षा खामियां ढूंढीं और 6 जनवरी को एक्सचेंज ईमेल सर्वर में घुसपैठ की.
सर्वर एक्सेस करने के बाद हैकर्स ने माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में मालवेयर प्लांट कर दिया. इससे उन्हें माइक्रोसॉफ्ट से डेटा चुराने में मदद मिली और एक्सचेंज 2013 और उसके बाद के एडिशन के सर्वर संकट में आ गए.
माइक्रोसॉफ्ट ने सफल हमलों के किसी आंकड़े की पुष्टि नहीं की है. हालांकि, कंपनी ने इस आंकड़े को 'सीमित' बताया है.
किसी संभावित हमले से सुरक्षित रहने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने अपने यूजर्स से नया सिक्योरिटी पैच अपडेट करने को कहा है. यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर भी अपडेट कर लेना चाहिए. ये कंपनी का फ्री एंटीवायरस है, जो चाइनीज हैकर्स के किसी भी मालवेयर टूल को पकड़ सकता है.
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, "हालांकि हमने Hafnium हमले को रोकने के लिए एक अपडेट डाला है, लेकिन हमें पता है कि कई सरकार-समर्थक और आपराधिक समूह किसी अनपैच्ड सिस्टम का फायदा उठा सकते हैं."
चीनी दूतावास ने माइक्रोसॉफ्ट के आरोपों से इनकार किया और उन्हें 'निराधार' बताया. दूतावास के प्रवक्ता वांग वेंबिन ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि मीडिया और कंपनी प्रोफेशनल और जिम्मेदार रवैया अपनाएंगे और साइबर-संबंधी घटनाओं को पहचानते हुए सबूतों की जरूरत को महत्त्व देंगे, न कि निराधार आरोप लगाएंगे."
वांग ने कहा, "चीन ने ये बार-बार कहा है कि साइबरस्पेस के वर्चुअल स्वाभाव को देखते हुए और तरह-तरह के ऑनलाइन एक्टर्स होने की वजह से साइबर अटैक का सोर्स पता लगाना एक जटिल तकनीकी मुद्दा है."
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