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फोन खोने या फिर चोरी होने पर आपकी मदद करेगा ये सरकारी वेब पोर्टल

चोरी हुए या खोए हुए को सभी मोबाइल नेटवर्क पर ब्लॉक करने के लिए ये प्रोजेक्ट तैयार किया गया है

क्विंट हिंदी
टेक और ऑटो
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मोबाइल इंटरनेट यूजर्स की संख्या भी बढ़ी
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मोबाइल इंटरनेट यूजर्स की संख्या भी बढ़ी
(फोटोः क्विंट हिंदी)

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जिन लोगों को अपने मोबाइल खो जाने या चोरी हो जाने का डर रहता है, उनके लिए एक अच्छी खबर है. अब अगर कहीं भी आपका फोन खो जाएगा या चोरी हो जाएगा तो उसे ढूंढने में सरकार आपकी मदद करेगी.

सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बीते शुक्रवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में वेब पोर्टल को लॉन्च किया. इस पोर्टल पर चोरी हुए फोन में या फिर खोए हुए फोन का पता लगाने में मदद मिलेगी. इसके लिए दूसरसंचार विभाग ने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) प्रोजेक्ट की शुरुआत की है.

चोरी हुए या खोए हुए फोन को सभी मोबाइल नेटवर्क पर ब्लॉक करने के लिए ये प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. दरअसल हर मोबाइल में उसकी पहचान के लिए के लिए एक यूनिक नंबर होता है, जिसे IMEI नंबर कहते हैं. इस नंबर को बदला जा सकता है. इसे ही IMEI नंबर की क्लोनिंग कहते हैं. क्लोन करने के बाद एक ही IMEI नंबर पर कई सारे फोन यूज किए जा सकते हैं. टेलीकॉम डिपार्टमेंट को क्लोन या IMEI नंबर में फर्जीवाड़े के कई मामले मिले हैं.

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CEIR प्रोजेक्ट से क्या होगा?

  • मोबाइल चोरी को जड़ से खत्म करना
  • खोए या चोरी हुए फोन का पता लगाना
  • डुप्लिकेट नेटवर्क वाले नकली IMEI नंबर पर रोक लगाना
  • क्वालिटी ऑफ सर्विस को बेहतर बनाना
  • कॉल ड्रॉप की दिक्कत दूर करना

कैसे करें कंप्लेंट?

अगर आपका फोन खो गया है और चोरी हो गया है तो सबसे पहले पुलिस थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराएं. इसके बाद टेलिकम्युनिकेशन्स डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दें. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 14422 पर कॉल करें. वेरिफिकेशन करने के बाद डिपार्टमेंट फोन को ब्लैकलिस्ट कर देगा, जिससे आपके खोए या चोरी हुए फोन का आगे इस्तेमाल नहीं हो पाएगा.

इसके बाद अगर कोई दूसरा सिम लगाकर मोबाइल यूज करने की कोशिश करेगा, तो सर्विस प्रोवाइडर नए यूजर को आइडेंटिफाई कर और पुलिस को सूचित करेगा.

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