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वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
WhatsApp को दुनिया में सबसे सुरक्षित मेसेजिंग प्लेटफॉर्म समझा जाता है. ऐसा इसकी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन टेक्नोलॉजी की वजह से है. हालांकि, हाल में कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के WhatsApp चैट्स न्यूज चैनलों को मिल गए. इसके बाद लोगों ने WhatsApp के सुरक्षित होने पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
लेकिन कम लोगों को ही पता है कि WhatsApp कुछ ऐसे सिक्योरिटी फीचर देता है, जिनसे आप अपने अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं. सिर्फ यही नहीं, कुछ नियम हैं जिनका अगर WhatsApp यूजर पालन करेंगे, तो उनकी चैट गलत हाथों में नहीं पड़ेगी.
तो हम यहां आपको ऐसे ही कुछ तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप अपने WhatsApp अकाउंट और चैट्स को हैकर्स से सुरक्षित रख सकते हैं.
बहुत कम लोगों को पता है कि रात के 2 बजे जब ज्यादातर लोग सो रहे होते हैं, इसी समय WhatsApp सबसे ज्यादा सक्रिय होता है क्योंकि वो सारे चैट का बैकअप क्लाउड स्टोरेज में ले रहा होता है.
इसी कारण आप कभी WhatsApp को अनइंस्टॉल करते हैं या अपने एक नए फोन में इस्तेमाल करते हैं, तो आप कुछ आसान उपाय करके उस क्लाउड बैकअप के जरिए अपने सभी चैट और मीडिया को दोबारा हासिल कर सकते हैं.
अटकलें लगाई जा रही हैं कि CBI को रिया चक्रवर्ती का WhatsApp चैट इसी तरह से मिला. ये सिर्फ अटकलें हैं.
इसलिए, अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी चैट गलत हाथों में पड़ तो क्लाउड बैकअप को डिसएबल कर दें. WhatsApp Settings > Chats > Chat Backup > Back up to Google Drive ऑप्शन चुनें और Never सेलेक्ट करें.
लेकिन ध्यान दीजिए. ये जरूरी है कि आप जान लें. अगर आप क्लाउड को बंद कर देते हैं और WhatsApp को अनइंस्टॉल कर देते हैं, तो दोबारा इंस्टॉल करते समय आप अपने पुराने मेसेज को रिकवर नहीं कर पाएंगे. हां, इसकी ये कीमत है जो आपको चुकानी होगी.
WhatsApp का कहना है कि ये एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड है, लेकिन आप इसे मैन्युअल रूप से चेक कर एन्क्रिप्शन के बारे में पूरी तरह आश्वस्त हो सकते हैं.
आप व्यक्ति के चैट पर जाकर और नाम पर टैप करके ऐसा कर सकते हैं. फिर एन्क्रिप्शन में टैप करें. आपको कुछ इस पॉप-अप की तरह दिखेगा. ये आपका सिक्योरिटी कोड है. ये WhatsApp के लिए आपकी पहचान की तरह है और आप इसे ईमेल या किसी अन्य मेसेंजर के जरिए दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर कर सकते हैं.
आप वेरीफाई करने के लिए कोड को स्कैन कर सकते हैं या कॉन्टैक्ट से पूछ सकते हैं कि क्या उसके पास भी वही 40-डिजिट हैं. ये तकलीफदेह लग सकता है लेकिन बात आपकी निजता की है.
ये वेरिफिकेशन सुनिश्चित करता है कि जब भी आप किसी अन्य डिवाइस पर अपने WhatsApp अकाउंट को एक्टिवेट करने का प्रयास करते हैं, तो आपको छह-डिजिट का कोड दर्ज करना होगा जिसे केवल आप जानते हैं.
दो स्टेप में वेरिफिकेशन एक्टिवेट करने के लिए, Menu में जाइए > Settings > Account > Two-step verification > Enable. 6 अंको का पिन डालिए! जरूरी बात ये हैं कि अगर आप इसे भूल जाते हैं तो कोड को फिर से प्राप्त करने के लिए अपना ईमेल एड्रेस काम आएगा.
और एक मंदबुद्धि शख्स मत बनिए और छह अंकों का कोड किसी को मत बताइए. आपका WhatsApp अकाउंट ऐसे ही हैक होता है.
WhatsApp यूजर को iPhone के लिए फिंगरप्रिंट या फेस आईडी के साथ लॉक करने का ऑप्शन भी देता है. एंड्रॉइड यूजर्स WhatsApp की सेटिंग्स> अकाउंट्स> प्राइवेसी में जा सकते हैं और फिर सबसे आखिर में फिंगरप्रिंट अनलॉक की सुविधा है.
उस ऑप्शन को एक्टिवेट करें और आप चुन सकते हैं कि आप कितने समय तक अपना WhatsApp लॉक करना चाहते हैं. इसी तरह एपल यूजर को उन्हीं स्टेप्स का पालन करके फेस आईडी अनलॉक विकल्प को इनेबल करना चाहिए.
आखिरी और शायद सबसे महत्वपूर्ण नियम. रैंडम लिंक जो लोग आपको WhatsApp ग्रुप्स पर फॉरवर्ड करते हैं उसपर क्लिक मत कीजिए. ये स्पाइवेयर हो सकते हैं जिनका इस्तेमाल आपके फोन से जानकारी चुराने के लिए किया जा सकता है.
इसके अलावा, रैंडम नंबरों से अपने इनबॉक्स में आने वाली रैंडम फाइल्स को डाउनलोड न करें. बिना अनुमति के ग्रुप्स में आपको जोड़ने के लिए रैंडम लोगों के ऑप्शन को डिसेबल करके WhatsApp को अपने लिए सुरक्षित बना सकते हैं.
ऐसा करने के लिए, सेटिंग> Account > Privacy > Groups पर जाएं, और फिर "Nobody" टैप करें.
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